तत्कालीन एवं वर्तमान डीपीआरओ निलंबित
उरई(जालौन)। जिला मुख्यालय कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित डीपीआरओ कार्यालय में अभी कुछ दिन पहले 58 लाख रुपये के गबन का मामला प्रकाश में आया था उस तत्कालीन जिलाधिकारी चांदनी सिंह थी जिन्होंने मामले की जांच उच्चाधिकारियों से भी करवाई थी जिसमें कुछ कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करवाया गया था। उच्चाधिकारियों द्वारा की गयी जांच के बाद की योगी सरकार ने 58 लाख रुपये के गबन के मामले कड़ा कदम उठाते हुए वर्तमान व तत्कालीन डीपीआरओ निलंबित कर दिया है।इस मौजूदा समय में जालौन जिला पंचायत राज अधिकारी अवधेश सिंह को दोषी पाये जाने पर शासन द्वारा निलंबित कर दिया गया है।इनके अलावा जालौन के तत्कालीन व मुरादाबाद डीपीआरओ अभय यादव भी निलंबित कर दिया गया है तथा जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय में तैनात कम्प्यूटर ऑपरेटर व सफाई कर्मी ने किया था 58 लाख 98 हजार रुपये का गबन। सीडीओ भीमजी उपाध्याय ने निरीक्षण के दौरान जांच में उजागर किया था मामला। इस मामले की जांच रिपोर्ट डीएम ने शासन को भेजी थी जिसकी रिपोर्ट पर पंचायती राज निदेशालय उत्तरप्रदेश द्वारा की गई बड़ी कार्यवाही की है।
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