उरई के निवासी प्रख्यात गायक मिर्जा साबिर बैग को पहले ही यह पुरस्कार मिल चुका है
उरई(जालौन)। जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि निदेशक संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश लखनऊ में मल्लिका-ए-गजल बेगम अख्तर की स्मृति में दादरा, ठुमरी एवं गजल विद्याओं में ऐसे प्रतिभावान गायक, जिसकी आयु 40 वर्ष से कम न हो, को बेगम अख्तर पुरस्कार से सम्मानित किये जाने का निर्णय लिया गया हैं। इसके अन्तर्गत चयनित कलाकार को रू0 पाॅच लाख की धनराशि, अंगवस्त्र एवं प्रशस्ति पत्र भेंट स्वरूप प्रदान किया जायेगा। उन्होने बताया कि आवेदनकर्ता उत्तर प्रदेश का मूल निवासी हो अथवा उसकी कर्मभूमि उत्तर प्रदेश होना चाहिये, कलाकार की आयु 40 वर्ष से कम नही होनी चाहियें, कलाकार को अपनी प्रतिभा की दीर्घ साधना एवं श्रेष्ठ उपलब्धि के भरसक निर्विवाद मानदण्डों के आधार पर राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त होनी चाहिये, यह पुरस्कार कलाकार के गायन के क्षेत्र में सम्पूर्ण उपलब्धियों के आधार पर प्रदान किया जायेगा न कि किसी एक विशिष्ट संरचना के लिये। बेगम अख्तर पुरस्कार से संबंधित मार्गदर्शी सिद्वान्त, संबंधित शासनादेश के क्रम में आवेदन पत्र के प्रारूप की प्रतियां आपको सुलभ सन्दर्भ हेतु आवेदन पत्र दिनांक 10 नवम्बर 2023 तक जिला सूचना कार्यालय कलेक्ट्रेट परिसर उरई में अवश्य उपलब्ध करा दे जिसे प्रमाणित कर निदेशक संस्कृति विभाग उ0प्र0 लखनऊ को भेजा जा सके। अधिक जानकारी हेतु किसी भी कार्यदिवस में जिला सूचना कार्यालय कलेक्ट्रेट परिसर उरई से सम्पर्क कर सकते हैं। मालूम हो कि बुंदेलखंड के रफी कै नाम से मशहूर प्रसिद्ध गायक मिर्ज़ा ग़ाबिर बेगग्को पप़देश सरकार से पहले ही यहपुरुस्कार मिल चुका है.