उरई(जालौन): पीएसआई इंडिया के सहयोग से स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन जिला महिला अस्पताल के सभागार में किया गया। इसमें दस साल से लेकर 19 साल तक की आयु के किशोर किशोरियों के स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दे पर विस्तृत चर्चा की गई और बताया गया कि हर महीने की आठ तारीख को जिले के नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर किशोर किशोरी स्वास्थ्य एवं कल्याण दिवस का आयोजन किया जा रहा है। इस दिवस पर किशोर किशोरियों की स्वास्थ्य जांच के साथ साथ यौन एवं प्रजनन, शारीरिक परिवर्तन संबंधी जानकारी, एनीमिया, साप्ताहिक आयरन, फोलिक एसिड और मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जानकारी दी जाती है।जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. डीके भिटौरिया ने कहा कि किशोर व किशोरी की देखभाल इस समय जरूरी है। अगर उन्हें बेहतर भविष्य देना है तो उनके स्वास्थ्य एवं मानसिक संबंधी समस्याओं से निजात दिलानी होगी। सीएमएस डॉ. सुनीता बनौधा ने कहा कि किशोरावस्था वाले स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने पर जोर दिया। पीएसआई इंडिया की इप्शा सिंह ने कहा कि किशोर किशोरी स्वास्थ्य में काउंसलर की भूमिका पर विस्तार से चर्चा की। काउंसलर को निजता का ख्याल रखते हुए काम करना चाहिए ताकि किशोर किशोरियां के आत्मविश्वास को बढ़ाया जा सके। पीएसआई इंडिया के कार्यक्रम प्रबंधक शरद श्रीवास्तव ने सेफ्टी टूल, इमरजेंसी तैयारी टूल, कहानी के माध्यम से परिवार नियोजन पर चर्चा की। डीईआईसी मैनेजर रवींद्र सिंह ने कहा कि शिक्षा विभाग के सहयोग से स्वास्थ्य मंच बनाकर किशोर किशोरियों के स्वास्थ्य की जांच की जाएगी। इस दौरान एसीएमओ डॉ. एसडी चौधरी, डॉ. संजीव प्रभाकर, डॉ.एनआर वर्मा, डॉ. एमके वर्मा, डॉ. अरुण राजपूत, एचएन राजपूत, संजीव चंदेरिया, मेट्रन सुजाता, रागिनी उपाध्याय, चोब सिंह, राधेश्याम आदि मौजूद रहे।
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