दिब्यांग महिला ने लगाया बाबू पर भ्रष्टाचार का आरोप
दिब्यांगों के प्रमाण पत्र बनवाने के नाम पर बाबू मांगता है सुविधा शुल्क
उरई(जालौन)। मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय उरई में तैनात अभिषेक मुखर्जी द्वारा भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए दिब्यांग महिला ने जिला पंचायत अध्यक्ष घनश्याम अनुरागी को इस मामले का शिकायती पत्र दिया। मामले की गंभीरता लेते हुए घनश्याम अनुरागी ने मुख्य विकास अधिकारी को पत्र लिखकर मदद करने की बात कही है। शहर के मुहल्ला तिलक नगर निवासी दिब्यांग महिला रवीदा पत्नी इरशाद अहमद ने जिला पंचायत अध्यक्ष घनश्याम अनुरागी को शिकायती पत्र देते हुए बताया कि मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में तैनात बाबू अभिषेक मुखर्जी जो दिब्यांगों के प्रमाण पत्र बनवाने में परेशान करता है तथा दूर-दूर से आने वाले दिब्यांगजनों के आवेदनों को जमा नहीं करता है।सूत्रों की अगर मानें तो लोगों का कहना है कि मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में तैनात बाबू अभिषेक मुखर्जी जो कि आवेदन पत्रों को जमा करने के नाम पर एक हजार से लेकर दो हजार रुपये की मांग करता है तथा दूसरे कैम्प में आने के लिए दिब्यांगों फोन करके बुलाता है। बताया जाता है कि दिब्यांगों के आवेदनों पर डाक्टरों की टीम भी पात्रता की रिपोर्ट भी लगाते है फिर भी दिब्यांगों का प्रमाण पत्र जारी करने के नाम पर सीएमओ कार्यालय में तैनात अभिषेक मुखर्जी ने सभी भ्रष्टाचार की सीमाओं को तोड़ रखा है।आज बुधवार को दिब्यांग पीड़ित परेशान महिला रवीदा अपने दिब्यांग पुत्र मजीद अंसारी को लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष घनश्याम अनुरागी को शिकायती पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई। पीड़ित महिला बात को गंभीरता लेते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष ने सीडीओ को पत्र लिखकर पीड़ित महिला की मदद के लिए लिखा है साथ दोषी कर्मचारी के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए भी लिखा है।
Get real time update about this post categories directly on your device, subscribe now.