जालौन में विद्युत विभाग के अवर अभियंता का नया कारनामा, बिना विभागीय अनुमति के निजी हित के चलते हटाया ट्रांसफार्मर
उरई(जालौन)। जालौन कस्बे के पुरानी नझाई मेन रोड पर कांगेस दफ्तर के सामने कुछ दिन पहले तक एक विद्युत आपूर्ति के लिए 400 केवीए का ट्रांसफार्मर रखा था जो कि अब आपको वहाँ नहीं दिखाई देगा। इस ट्रांसफॉर्मर से किसी को न तो दिक्कत थी और न ही किसी ने कोई विभाग में शिकायत की थी फिर भी यह ट्रांसफार्मर नियमों को ताक पर रख कर रातों रात पानी की टंकी परिसर के अंदर कर दिया गया। जबकि नियम यह है कि बिना एस्टीमेट और बगैर किसी आदेश के कोई भी कार्य न किया जाए। और ठीक इसके उलट अगर आप चाहें कि बिजली विभाग आपके मोहोल्ले का ख़राब ट्रांसफार्मर या जर्जर तार बदल दे तो शायद आपको विभाग के दस चक्कर लगाने पड़ें या किसी बड़े नेता से सिफारिश करवानी पड़ जाए। लेकिन शिकायत कर्ता के अनुसार जालौन में पदस्थ जेई पेश्वनी राम जो जिनका ट्रांसफर भी लगभग दो माह पूर्व ही हो चुका है उन्होंने अपने किसी ख़ास को खुश करने के चक्कर में ट्रांसफॉर्मर यहां से वहां कर दिया। शिकायत कर्ता के अनुसार ट्रांसफार्मर को यहां से वहां करने में रुपए का लेन-देन वजह बताई जा रही है। साथ ही इस मामले में जन निगम के एक अवर अभियंता के शामिल होने की भी बात कही जा रही है। वहीं जब इस मामले में विद्युत विभाग अधीक्षण अभियंता राजीव कुमार से बात कि तो उन्होंने मामले को संज्ञान में लेकर एसडीओ जालौन कौशलेंद्र से मामले की जानकारी लेने के आदेश दिए हैं। अब देखना यह होगा कि इस पूरे मामले में अवर अभियंता को बचाया जाता है या फिर सही तरीक़े से जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही की जाती है।वैसे आपको यह बताना जरूरी है कि जनपद के महत्वपूर्ण विभागों सें एक विद्युत विभाग के कारनामे भ्रष्टाचार को दिन दूना बढ़ावा दे रहे है ईमानदार और न्याय प्रिय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की घोषणा है कि भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनायी जाएगी। मगर इस बदनाम विभाग मे नीचे से उपर तक के अधिकारी धन के आधार पर गहरी मिली भगत किये हुए है। जिससे सरकार को हर माह भारी राजस्व का चूना भी लग जाता है।
Get real time update about this post categories directly on your device, subscribe now.