उरई(जालौन)। भारतीय जन नाट्यसंघ ( इप्टा) भाईचारा एवं सामाजिक सद्भाव बढ़ाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय स्तर पर महाकवि और महान समाज सुधारककबीरकी अमर वाणीढाई आखर प्रेम नाम से सांस्कृतिक पद यात्रा शुरू की । सांस्कृतिक पद यात्रा के संयोजक देवेंद्र शुक्लाने यात्रा के रूट के बारे में पत्रकारों को वृहद जानकारी देते हुए बताया कि यह यात्रा शहीदे आजम भगत सिंह की जयंती 28 सितंबर से देश के 24 राज्यों में चल रही है जो आगामी 30 जनवरी को राष्ट्र पिता महात्मा गांधी के बलिदान दिवस पर दिल्ली में उनकी समाधि राजघाट पर श्रद्धांजलि सभा के साथ सम्पन्न होगी। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में पद यात्रा के लिए जालौन जिले का चयन किया गया है जो 18 से 23 नवंबर तक चलने वाली है यात्रा जिले के चुरखी से शुरू होगी यह गांव ऐतिहासिक भी है क्योंकि 1857 प्रथम स्वतंत्रता के योद्धा तात्या टोपे की कर्मस्थली है गांव में आज भी उनके कुछ अवशेष मौजूद है । कामरेड देवेंद्र शुक्ला ने बताया कि यात्रा का पहला पड़ाव ऑता होगा 19 नवंबर को उरई 20 को गढ़र बिनौरा होते हुए 21 को हरदोई गूजर पहुंचेगी । उन्होंने जानकारी देते बताया कि 1857 में 19 सेनानियों को एक पेड़ से लटकाकर ब्रिटिश सेना ने फांसी दी थी । 22 नवंबर को पद यात्रा कोंच पहुंचेगी जहां इप्टा के संस्थापक सदस्य रहे स्मृति शेष ठाकुर दास वैध की समाधि पर पहुंचकर 23 नवंबर को श्रद्धा सुमन अर्पित करेगी इसी दिन यात्रा महेशपुरा पहुंचेगी यहां विश्व प्रसिद्ध विद्वान महा पंडित राहुल साकृत्यायन ने लंबे समय तक यहां प्रवास किया उन्होंने यहां संस्कृत भाषा के अध्ययन के लिए एक पाठशाला का निर्माण कराया यहां भी कुछ अवशेष आज भी मौजूद है । इस पद यात्रा में इप्टा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अलावा देशभर के रंगकर्मी साहित्यकार,स्थानीय स्तर के लोक कलाकार,जनगीतकार,नुक्कड़ नाटक एवं विभिन्न लोक कलाओं का प्रदर्शन करते हुए कलाकार यात्रा को आगे ले जाएंगे । इस मौके पर कामरेड सुधीर अवस्थी के अलावा इप्टा के जिला महा मंत्री दीपेंद्र सिंह तथा अन्य सहयोगी मौजूद थे
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