स्वास्थ्य विभाग और पीएसआई इंडिया की ओर से दवा विक्रेताओं के साथ हुई कार्यशाला
उरई(जालौन):पीएसआई इंडिया के सहयोग से जालौन के दवा व्यापारियों की स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग एवं औषधि निरीक्षक के साथ एक दिवसीय कार्यशाला एक होटल में आयोजित की गई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एनडी शर्मा ने बताया कि परिवार नियोजन सेवाओं का डाटा दवा विक्रेताओं के पास होना बहुत जरूरी है। इसलिए सभी दवा व्यापारियों का अपना पूरा सहयोग देते हुए परिवार नियोजन सेवाओं का डाटा हर माह औषधि और स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराना चाहिए। डाटा मिलने से स्वास्थ्य योजनाओं के बेहतर कार्ययोजना बनाने में मदद मिलती है।औषधि निरीक्षक देवयानी दुबे ने बताया कि सभी दवा स्टाकिस्ट को निर्देशित किया कि सभी दवा विक्रेता परिवार नियोजन और टीबी संबंधी दवाओं का डाटा समय से विभाग को उपलब्ध कराए। बिल जरूर दें। नशा निषेध संबंधी दवाओं का ब्योरा भी उपलब्ध कराए। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी और डीटीओ डॉ. देवेंद्र कुमार भिटौरिया ने बताया कि टीबी मरीजों को दवा देते समय उनका ब्योरा रखे और किसी भी मरीज को टीबी की सीधी दवा न दें। ऐसा कोई मरीज आता है तो उसे टीबी के पूरे इलाज की जानकारी दें। उसका पंजीकरण कराने में भी मदद करें। पीएसआई इंडिया के जिला प्रतिनिधि शरद श्रीवास्तव ने नगरीय क्षेत्र में चल रहे परिवार नियोजन सेवाओं की जानकारी दी। परिवार नियोैजन के लिए प्राइवेट सेक्टर का भी सहयोग जरूरी है। औषधि विक्रेता परिषद के संरक्षक शशिकांत निगौतिया, राकेश चंद्र गुप्ता और देवेंद्र कुमार सेठ ने स्वास्थ्य विभाग को पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया। इस दौरान अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एसडी चौधरी, जिला समन्यवक शहरी स्वास्थ्य संजीव कुमार चंदेरिया, जिला कार्यक्रम प्रबंधक एनएचएम डॉ. प्रेमप्रताप, कायाकल्प के जनपदीय परामर्शदाता डॉ. अरूण कुमार राजपूत, राधेश्याम, चोब सिंह, विनय पोरवाल आदि मौजूद रहे।
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