मुलायम सिंह यादव आज अनंत यात्रा पर निकल गए हैं। मुलायम भले ही जिस जहां में चले जाएं, उनकी यादें हमेशा बनी रहेंगी। समाजवादी आंदोलन को एक नई दिशा देने वाले मुलायम सिंह यादव ने एक ऐसे वर्ग की राजनीति की, जिन्हें अधिक राजनीतिक अधिकार नहीं मिले थे। यादव और मुस्लिम समाज को राजनीति के केंद्र बिंदु से जोड़ कर उन्होंने ऐसा समीकरण तैयार किया, जिसने एक क्षेत्रीय पार्टी को बड़े राष्ट्रीय पार्टियों के समक्ष न केवल खड़ा किया, बल्कि कई पार्टियों के अस्तित्व पर ही संकट खड़ा कर दिया। मुलायम सिंह के निधन पर पूरा प्रदेश, देश शोकाकुल है। उनकी अंतिम यात्रा को लेकर भारी भीड़ सैफई में जुटी है।
मुलायम सिंह यादव की अंतिम यात्रा के दौरान भतीजे धर्मेंद्र यादव फूट-फूटकर रोने लगे। मुलायम सिंह यादव उन्हें काफी मानते थे। वे हमेशा मुलायम के साथ रहते थे। परीवारिक खेमेबाजी में भी उन्हें मुलायम गुट का माना जाता था। साथ ही, वे अखिलेश यादव के भाई के साथ-साथ अच्छे दोस्त माने जाते हैं।
मेला ग्राउंड में शिवपाल यादव और रामगोपाल यादव ने दी मुलायम को श्रद्धांजलि
सैफई नुमाइश मेला ग्राउंड में मुलायम सिंह यादव को छोटे भाइयों शिवपाल यादव और प्रो. रामगोपाल यादव ने श्रद्धांजलि दी। इस दौरान दोनों भाई काफी भावुक दिखे। सैफई मेला ग्राउंड के मंच पर अखिलेश यादव समेत तमाम नेता मौजूद हैं।
नेताजी को याद कर भावुक हुए रामगोपाल यादव, बहने लगे आंसू
बड़े भाई और नेताजी मुलायम सिंह यादव की अंतिम यात्रा शुरू होने के साथ ही प्रो. रामगोपाल यादव का दर्द फूट पड़ा। मुलायम को अंतिम विदाई देते हुए उन्होंने कहा कि देश हमेशा उनके योगदान को याद रखेगा। नेताजी ने हमेशा देश और समाज को जोड़ने का काम किया।
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