*16 जुलाई को प्रधान नरेंद्र मोदी सीएम के साथ ग्राम कैथेरी मे भव्य समारोह मे किया था उद्घाटन|
* लगभग 15 हजार करोड मे यूपीडा ने बनाया है
* भरतकूप चित्रकूट से इटवा तक 296 किलोमीटर है यह
*अभी फोर लेन है | 6 लेन पॖस्तावित है|
*110 मीटर है सडककी चौडाई|
* बरसात मे इस बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे मे तमाम जगह
जगह सडक पर काम होता नजर आता है |
बुंदेलखंड एक्सपेॗ वे से लौटकर
अनिल शर्मा + संजय श्रीवास्तव
पॗधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुंदेलखंड वासियो की समृद्धि और विकास के लिऐ अपने डीृम पोॗजेक्ट बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे भव्यसमारोह मे लोकार्पण बीती 16 जुलाई 2022 को जालौन जिले के गॗाम कैथरी मे किया था| इस समारोह मे पॗदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्य नाथ , उप मुख्य मंत्री केशव पॗसाद मौर्य , उप मुख्य मंत्री बृजेश पाठक भाजपा के पॗदेश अध्यक्ष और जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह केन्दॗीय राज्य मंत्री भानुपॗताप वर्मा बुंदेलखंड के सासद और विधायको के अलावा यूपीडा के तत्कालीन चेयर मैन तथाअपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी सहित पॗदेश और केन्दॗ के तमाम आला अधिकारी मौजूथे | बुंदेलखंड एक्पेॗवे जो भरत कूप चित्रकूट से लेकर इटावामे तकजो 296 किलो मीटर लंम्बा है|110 मीटर चौडा है | अभी यह फोर लेन है इसे 6 लेनबनाने की योजना पॖस्तावित है|इस लगभग 15 हजार करोड ( 14,850 ) करोड की लागत से यूपीडा ने बनाया | यूपीडाने इसे रिकार्ड समय मे 8 महीने पहले यानि कुल 28 महीने पूरा कर दिया |इसकी मीडिया और सरकार मे खूब पॗशंसा भी हुई| इसके अलावा बुंदेलखंड के विकास के लिऐ केन्दॗ सरकार ने डिफेन्ष कारी डोर बनाने की की भी शुरुआत कर दी| इसके अलावा यह भी घोषणा की ग ई की , औधौगिक कलस्टर , फूड पोॗसेसिग ,मिल्क पोॗसेसिग की यूनिट के साथ हैन्डलूम के कारखाने भी बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे आसपास विकसित किऐ जायेगे |ताकि बुंदेलखंड के बेरोजगारो को पलायन नाकरना पडे और इसी क्षेत्र मे उधोगो विकास हो| ताकि नौकरियो का पॗचर मात्रा में सृजन हो| |लेकिन बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे के लोकार्पण के कुछ दिनों बाद जी कई जगह सड़क धंसने की खबरें आई| जिसके कारण यह चर्चा जोरों पर थीकि के बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे को रिकॉर्ड समय में बनाने के इनाम के स्वरूप एसीएस अवनीश अवस्थी को 1 साल का एक्सटेंशन दे दिया जाएगा| इस घटना के बाद श्री अवनीश अवस्थी को एक्सटेंशन तो नहीं मिल पाया लेकिन रिटायरमेंट के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भेज सलाहकार जरूर बन गए| इसके बाद माह जुलाई से लेकर अक्टूबर के दूसरे सप्ताह तक हुई भीषण बारिश ने बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे में जगह जगह मिट्टी धंसने से गड्ढे हो गए| तब से बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे में भरतकूप से लेकर इटावा तक पिछले 3 महीने से लेकर आज तक कहीं ना कहीं बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे की सड़क पर काम होता नजर आ जाएगा| यह सही है उरईमसे लेकर भरत कूप तक आप कार से दोसे सवा दो घंटे मे बादा पौने दो घंटे मे इटावा डेढ घंटे मे पहुंच जाते |लेकिन पिछले 3 महीने से बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे में सड़क पर चल रहे काम के चलते इसमें यात्रा करना | आज भी जोखिम से भरा हुआ है| होता यह है जहांकाम चलरहा है उतने क्षेत्र मे सडक एख तरफ से बंद कर डायर्वजन कर दिया जाता है |जिसके कारण एक ही लेनमे दस से बीस किलो मीटर के बीच यातायात एक ही तरफ चालू होजाता है तो कार या टृक , डंपर चालक यदि बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे में यदि तेज गति से जा रहा है तो दुर्घटनाओं की संभावना है काफी बढ़ जाती है| दिन मे तो किसी तरह चल भभी जाता है लेकिन रात मेमसामने से अचानक वाहन आजाने से दुर्घटना की संभावना बहुत बढ़ जाती है पिछले 3 महीने में वाहनों की हुई भिड़ंत में तमाम लोगों की जानें गई हैं जबकि तमाम लोग घायल हुए हैं|कल ही मैनपुरी निवासी सतोष गुप्ता नकी धर्म पत्नी और बेटी की बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे के जंक्शनमिहौली मे वाहन दुर्घटना मे मौत होगई| जब की जब कि मृतक दम्पत्ति की एक और पुत्री और पुत्र सहित पडोसीयजिनकी कार थीवेकार चला रहेथे तीन लोग घायल होगऐ| इटावा,से कल कार मेमैने देखा किइटावाके आगेअचानक एक टृक सामने से उसी लेन मेतेजीसेआया और टक्कर होते होते बची| |इसीतरह औरैया के आगे एक डंफर जो मिटृी उतारने के बाद बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे प्लेन में सीधा-सीधा सड़क पर खड़ा हो गया और बीच सड़क में ही उसका ड्राइवर खिड़की खोल कर उतर रहा था ऐसे में हमारी वाहन के ड्राइवर ने किसी तरह दुर्घटना को बचाया| जहां भी बुंदेलखंड एक्सप्रेस लेकिन एक तरफ की सड़क को सुधारा जा रहा है उस तरफ से रास्ता बंद कर दिया गया तो ट्रैफिक एक तरफ चलने के कारण पूरे रास्ते में कई बार दुर्घटना होते होते बची यह मामला तो दिन का था यदि रात का होता तो दुर्घटना की संभावना और बढ़ जाती इसी का परिणाम है पिछले 3 महीने में बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे में दुर्घटनाओं का दौड़ जा रही है इसके लिए जरूरी है कि जहां-जहां सड़क पर फोरलेन में काम हो रहा है वहां कर्मचारी दोनों किनारे पर तैनात किए जाएं जो आने वा| ले वाहनों को सावधान करते रहे| चूंकि बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का यह 296 किलोमीटर लंबीफौर लेन मे जगह जगह पर दुर्घटनाग्रस्त होने वाले वाहनों सवार घायलों उपचार के लिए फर्स्ट एड के साथ-साथ दुर्घटना ग्रस्त हुए वाहनो तत्काल निकालने के लिए वाहनोंकी भी ए ैसी व्यवस्था हो की उन्हे तत्काल सहायता मिलजाऐ|
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