लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ के मास्टर प्लान को मंजूरी मिल गई है। राज्य सरकार ने 12 अंकों के एक नए परिवार कल्याण कार्ड के निर्माण की योजना बनाई है। प्रदेश के सभी परिवार की मैपिंग कर एक पारिवारिक पहचान पत्र लॉन्च किया जाएगा। नया 12 अंकों का यह कार्ड सरकार को परिवारों के बारे में पूरी जानकारी जुटाने में मदद करेगा। इस कार्ड के जरिए परिवारों को मिलने वाली सरकारी योजनाओं का लाभ मिलने में मदद मिलेगी। केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी और इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्रालय ने नागरिकों को पारिवारिक आईडी जारी करने और इसके उपयोग के यूपी सरकार के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसको लेकर पिछले दिनों एक प्रजेंटेशन देखा था। इसमें योजना का पूरा विवरण दिया गया है। फैमिली आईडी कार्ड के लिए राशन कार्ड से डाटा लिए जाने की तैयारी की जा रही है। अगर ऐसा होता है तो कुछ ही दिनों में 60 फीसदी परिवारों को इससे जोड़ने में कामयाबी मिल जाएगी। फैमिली कार्ड को लेकर प्रयागराज में पायलट प्रोजेक्ट के तहत काम किया गया। इस पायलट प्रोजेक्ट के तहत राशन कार्ड के आंकड़ों के आधार पर लाभार्थी परिवारों की पहचान की गई है।
सरकार को यह डेटा भी उपलब्ध कराया गया है कि किन परिवारों को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। अधिकारियों की मानें तो फैमिली कार्ड के बनने के बाद फर्जी कार्ड बंद हो जाएंगे। एक ही परिवार को किसी भी योजना का लाभ बार-बार मिलना बंद हो जाएगा। सरकार उन परिवारों को लाभ के दायरे में लाएगी, जो अभी तक इससे वंचित रहे हैं। यूपी चुनाव 2022 के बाद योगी सरकार ने प्रदेश में रहने वालों को बड़ा वादा किया था, इस पर काम शुरू किया जा रहा है।
यूपी सरकार की तरफ से एक नौकरी प्रति परिवार प्रॉजेक्ट को लागू करने के उद्देश्य से परिवारों को एक यूनिट के तौर पर पहचान के लिए इस परियोजना को लॉन्च किया जा रहा है। योजना विभाग के सचिव आलोक कुमार ने बताया कि प्रदेश में 15 करोड़ आधार मान्य राशन कार्ड धारक हैं। प्रदेश का करीब 60 फीसदी हिस्सा राशन कार्ड के तहत आता है। इन्हें तुरंत परिवार आईडी कार्ड जारी किया जा सकता है।
योगी सरकार ने फैमिली कार्ड के माध्यम से परिवार के सदस्यों को रोजगार दिलाने की योजना तैयार की है। कार्ड के जरिए पता चल सकेगा कि किस परिवार के सदस्य को अब तक नौकरी नहीं मिली है, जो अब तक इस प्रकार की योजना के लाभ से वंचित रहे हैं। यूपी चुनाव 2022 में भाजपा की दोबारा जीत के बाद यूनिक आईडी कार्ड के माध्यम से सरकार की ओर से कई सेवाएं जोड़ी जाएंगी। अधिकारियों का कहना है कि यदि परिवार के एक सदस्य का जाति प्रमाण पत्र बनवाया जाता है तो परिवार के दूसरे सदस्य भी आसानी से इसे हासिल कर सकते हैं। उन्हें आवेदन के साथ अन्य दस्तावेजों की जरूरत नहीं होगी।
यूपी सरकार की ओर से हरियाणा में चल रहे परिवार पहचान पत्र और कर्नाटक के कुटुंब कार्ड के बारे में जानकारी ली गई है। हरियाणा में परिवार कार्ड के लिए राशन कार्ड डेटा का उपयोग होता है। सीएम योगी की ओर से फैमिली कार्ड बनाने की पूरी जानकारी ली गई है। इसमें साफ किया गया है कि परिवार कार्ड में प्रदेश में रहने वाले लोगों की पूरी जानकारी रखी जाएगी। इसमें उन परिवारों को प्राथमिकता के स्तर पर रखा जाएगा, जिनके यहां के कोई नौकरी में नहीं होंगे।
फैमिली कार्ड बनने के बाद बेरोजगारों को लेकर भी विशेष रूप से योजना तैयार की जाएगी। उनके हिसाब का रोजगार दिलाए जाने को लेकर कार्यक्रम बनाया गया है। सीएम योगी ने साफ कहा है कि रोजगार के अवसर पैदा किए जाएंगे। युवाओं को जॉब सीकर की जगह जॉब गिवर बनाने की योजना तैयार की गई है। इसको लेकर ऋण की भी व्यवस्था कराई गई है। सरकार इस प्रकार की योजनाओं को बढ़ावा देकर लोगों को स्वरोजगार से भी जोड़ने की तैयारी की जा रही है।
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