गाजियाबाद जिले में तैनात एक दारोगा की बेटी चित्रा निरवाल का एसडीएम पद के लिए चयन किया गया है। चित्रा ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित पीसीएस परीक्षा में 31वीं रैंक प्राप्त की है। चित्रा ने यह कामयाबी अपने पहले ही प्रयास में पाई है।
चित्रा की कामयाबी से उनके पिता और परिवार के लोग बेहद खुश हैं। चित्रा के पिता बरन सिंह वर्तमान में जिले की महापौर आशा शर्मा की सुरक्षा में तैनात हैं। उन्होंने बताया कि चित्रा ने सुल्तानपुर जिले से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है। बीटेक के दौरान ही चित्रा ने पीसीएस की तैयारी शुरू कर दी थी। मेरठ में रहकर पूरी तरह परीक्षा की तैयारी में जुट रही, शेड्यूल बनाकर की गई नियमित पढ़ाई के बल पर ही चित्रा ने पहले ही प्रयास में 31वीं रैंक पाने में कामयाबी हासिल की है।
चित्रा की कामयाबी से गौरवान्वित उनके पिता को ग्रामवासी एवं अन्य लोग फोन कर लगातार बधाई दे रहे हैं। महापौर आशा शर्मा ने भी उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।
बिना कोचिंग किए ही पाई कामयाबी
चित्रा ने यह कामयाबी बिना कोचिंग के प्राप्त की है। उन्होंने इंटरनेट पर उपलब्ध सामग्री, वीडियो तथा एनसीईआरटी की किताबों का नियमित अध्य्यन किया। इसके अलावा अखबार और करंट अफेयर्स की मैगजीन पढ़ने की आदत को अपने डेली रुटीन में शामिल किया। इस दौरान वह सोशल मीडिया से दूर रहीं। चित्रा कहती हैं कि किसी भी क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए पक्का इरादा और परिवार का सहयोग बहुत मायने रखता है। यदि यह आपके पास है तो कोई बाधा आपको हरा नहीं सकती है और आप किसी भी मुश्किल का सामना कर सकते हैं।
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