जालौन। धनतेरस की रात अज्ञात व्याक्तियों ने फुटकर गल्ला व्यापारी की हथौड़े से पीट पीटकर हत्या कर दी। सूचना पर मौके पर पहुंची फोरेंसिक टीम ने नमूने लिए। वहीं, एसपी व पुलिस फोर्स ने घटना को लेकर पूछतांछ की एवं शीघ्र ही हत्या का खुलासा किए जाने की आश्वासन दिया।
कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला चौधरयाना निवासी वीरेंद्र कुमार चौरसिया (53) पुत्र स्वर्गीय बलराम चौरसिया औरैया रोड पर चुंगी नबर 4 से आगे स्थित दुकान पर फुटकर गल्ले की खरीद फरोख्त करते थे। प्रतिदिन की भांति वह धनतेरस के दिन भी करीब सुबह करीब 10 बजे दुकान के लिए गए थे। शाम को उनकी पत्नी रानी देवी व बेटे बेटी धनतेरस की पूजा के लिए उनका इंतजार कर रहे थे। वह रात करीब 8 बजे तक प्रतिदिन घर पहुंच जाते थे। लेकिन धनतेरस के पर्व पर रात 9 बजे तक जब वह घर नहीं पहुंचे तो परिजनों ने सोचा कि शायद धनतेरस पर बाजार में कुछ खरीददारी कर रहे हों इसलिए उन्हें देर हो गई हो। कुछ देर और इंतजार करने के बाद परिजनों ने जब उनके मोबाइल पर फोन किया तो उनका फोन भी नहीं उठा। जिसके बाद परिजनों को उनकी चिंता हुई। रात करीब 10 बजे पत्नी रानी देवी ने अपने देवर श्याम चौरसिया को बताया कि उनके भाई अभी तक घर नहीं आए हैं। जिसके बाद उनकी तलाश शुरू हुई। भाई श्याम चौरसिया उनको तलाशते हुए उनकी दुकान पर पहुंचे तो देखा कि दुकान की शटर आधी गिरी हुई है और दुकान में लाइट का कनेक्शन न होने के चलते अंदर अंधेरा पड़ा है। शटर उठाकर जब वह अंदर पहुंचे तो देखा कि एक चादर ओढ़कर उनके बड़े भाई वीरेंद्र चौरसिया जमीन पर लेटे हैं। आवाज देने पर जब उनका जबाव नहीं मिला तो उन्होंने मोबाइल की टॉर्च जलाकर जब चादर हटाई तो उनका शव खून से लथपथ जमीन पर पड़ा हुआ था। उनके सिर से खून बह रहा था। भाई के शव को देखकर उनके होश उड़ गए और उन्होंने इसकी जानकारी कोतवाली पुलिस को दी। सूचना मिलते ही सीओ उमेश कुमार पांडेय, कोतवाल कुलदीप कुमार तिवारी, चौकी प्रभारी नरेंद्र मिश्रा पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस को हत्या में प्रयुक्त किया गया खून से सना हुआ हथौड़ा दुकान में ही पड़ा मिला। जिसके बाद उच्चाधिकारियों को मामले की जानकारी दी गई। कुछ ही समय बाद एसपी रवि कुमार व फोरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंच गई। फोरेंसिक टीम ने दुकान में और हथौड़े आदि पर फिंगर प्रिंट एवं अन्य नमूने एकत्रित किए। परिजनों ने पुलिस को बताया कि वीरेंद्र कुमार काफी सीधे साधे व्यक्ति थे। उनका किसी के साथ वाद विवाद भी नहीं था। बाहरी व्यक्तियों से भी ज्यादा उनका बोलचाल नहीं था। किसी ने उनकी हत्या क्यों की यह समझ में नहीं आ रहा है। उक्त संदर्भ में सीओ उमेश पांडेय ने बताया कि मृतक के भाई की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। पुलिस हत्या को लेकर हर पहलू पर जांच कर रही है। शीघ्र ही हत्या का खुलासा किया जाएगा। बता दें, मृतक वीरेंद्र कुमार के परिवार में पत्नी रानी देवी के अलावा उनकी दो बेटियां ज्योति व राधा एवं दो बेटे अभिषेक व विनीत हैं। उनसे छोटे चार भाई रविंद्र, मलय, पंकज व श्याम हैं। बड़ी बेटी ज्योति की सादी हो चुकी है।
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