कोरोना यह नाम जेहन में आते ही रूह कांप जाती है। कई मासूम अनाथ हो गए। कोरोना ने उनके सिर से ममता की छांव छीन ली। अनाथों की कराह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महसूस की और उनके लिए मददगार बन गए। उन्होंने मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना 2022 शुरू की जिसके तहत कोरोना से अनाथ हो गए बच्चों को हर सम्भव मदद दी जा रही है।
सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा शुरू की गई उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना 2022 के तहत ऐसे बच्चों की मदद की जा रही है जिसके माता-पिता कोरोना संक्रमण की वजह से असमय काल के गाल में समा गए। बच्चे जिनके माता-पिता या सिर्फ पिता या माता की कोरोना संक्रमण की वजह से मौत हो चुकी है उनकी मदद की जाएगी। इनमें से कई बच्चे अनाथ हो गए हैं जिनका पालन-पोषण उनके दूर के रिश्तेदारों द्वारा किया जा रहा है। कुछ ऐसे बच्चे भी हैं जिन्हें अनाथ होने के बाद बाल आश्रय गृहों में रखकर उनका पालन-पोषण किया जा रहा है। मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना 2022 के तहत बच्चों के पालनहारों या परिवार के सदस्यों को उनकी परवरिश के लिए आर्थिक मदद दी जा रही है।
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना और सुविधाएं
इस योजना के माध्यम से न केवल बच्चों को आर्थिक सहायता दी जा रही है बल्कि उनकी शिक्षा का खर्च भी सरकार वहन कर रही है। उनकी शादी का खर्च भी सरकार उठाएगी। मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत बच्चों या उनके अभिभावकों को बच्चों के पालन-पोषण के लिए 4000 रुपये की वित्तीय सहायता दी जा रही है। इसके अलावा इस योजना के माध्यम से बालिका विवाह के लिए आर्थिक सहायता भी प्रदान की जाएगी। अगर बच्चे की उम्र 10 साल से कम है और उसका कोई अभिभावक नहीं है तो उसे सरकारी बाल गृह में आवासीय सुविधा दी हा रही है। लड़कियों को भी अलग-अलग आवासीय सुविधाएं दी जा रही हैं।
योजना के लिए आवेदन ऑनलाइन या ऑफलाइन कैसे भी किया जा सकता है। इसके लिए जिले की वेबसाइट या https://mksy.up.gov.in/women_welfare/index.php से आवेदन फॉर्म डाउनलोड कर सकते हैं।
जरूरी दस्तावेज
– आवेदक का आयु और निवास प्रमाण पत्र
– माता-पिता का मृत्यु साक्ष्य पत्र
– कोरोना से मृत्यु का साक्ष्य पत्र
– आवेदक का शिक्षण संस्थान में आवेदन पत्र