दिवाली पर आतिशबाजी चली। नतीजा अगली सुबह सामने आया। लखनऊ का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 180 पर पहुंच गया। ये सेहत के लिए हानिकारक है। यूपी के 5 शहरों में सुबह सांस लेने में लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। लखनऊ में कुकरैल सबसे ज्यादा प्रदूषित रहा। यहां AQI 203 है। वहीं देश के टॉप 10 प्रदूषित शहरों में 3 यूपी के रिकॉर्ड हुए हैं। इनमें मुरादाबाद, गाजियाबाद और नोएडा है।
नोएडा में मंगलवार सुबह 7 बजे का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 320 दर्ज किया गया है, जो सबसे खराब श्रेणी में है। मुरादाबाद में 250 था, जबकि गाजियाबाद में 212।
यूपी के 8 बड़े शहरों का AQI पढ़िए
- नोएडा 320
- मुरादाबाद 250
- गाजियाबाद 212
- लखनऊ 180
- कानपुर 172
- वाराणसी 149
- गोरखपुर 170
- आगरा 206
(ये आंकड़े सुबह 8 बजे के हैं)
पढ़िए वो 28 शहर, जहां हवा की सेहत सबसे खराब हुई
यूपी में दिवाली में जले पटाखे की वजह से 28 जिले की हवा सबसे ज्यादा प्रदूषित रिकॉर्ड की गई है। इनमें एनसीआर के नोएडा और गाजियाबाद की हवा स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बताई जा रही है। गाजियाबाद का AQI 212 है।
इसके अलावा आगरा, अलीगढ़, इलाहाबाद, बहराइच, बरेली, बदायूं, बुलंदशहर, इटावा, अयोध्या, फतेहपुर, फिरोजाबाद, गोरखपुर, हापुड़, हाथरस, जौनपुर, झांसी, शामली, कानपुर, लखनऊ, मथुरा, मेरठ, मिर्जापुर, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, पीलीभीत, रामपुर, सहारनपुर, संभल, शाहजहांपुर सीतापुर, वाराणसी और मथुरा में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया।
NCR की बंदिशें काम न आईं
पाबंदी के बावजूद NCR में खूब पटाखा जलाया गया। धनतेरस में पुलिस ने सख्ती बरती थी।
इस दिवाली तमाम बंदिशों के बावजूद NCR के शहरों में देर रात तक खूब धूम धड़ाका हुआ। पुलिस पटाखा बिक्री को लेकर जितनी सख्त धनतेरस तक दिखा रही थी, वैसा कुछ दिवाली वाले दिन नहीं दिखा। गली-गली पटाखे बिके। असर ये रहा कि NCR के कई शहर सबसे खराब श्रेणी के नजदीक पहुंच गए।
नोएडा ज्यादा प्रदूषित, मेरठ कम
नोएडा की एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) सोमवार रात 10 बजे 294 थी, जो रात साढ़े 12 बजे 302 पर पहुंच गई। AQI 300 पर पहुंचने पर हवा की गुणवत्ता सबसे खराब श्रेणी में पहुंच जाती है। नोएडा में सबसे ज्यादा पॉल्यूशन सेक्टर-16 इलाके में 320 रहा।
नोएडा से सटे जिला गाजियाबाद में रात साढ़े 12 बजे AQI 298 था, जबकि लोनी इलाके का AQI 374 पहुंच गया था। आपको बता दें कि लोनी, दिल्ली बॉर्डर से ठीक सटा हुआ है और दिल्ली का पॉल्यूशन रात में 310 तक पहुंच गया था। NCR में रात के वक्त सबसे बेहतर हवा मेरठ की रही।
विभाग बोला- पिछले सालों से कम रहा पॉल्यूशन
हालांकि प्रदूषण विभाग का कहना है कि इस बार पहले जैसे हालात नहीं हैं। अगर गाजियाबाद जिले की बात करें तो साल 2021 में दिवाली के बाद यहां का AQI 470 तक पहुंच गया था। 2020 में यही AQI 448 और 2019 में 396 था। क्षेत्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के अधिकारी उत्सव शर्मा ने कहा, इस दिवाली कम से कम पॉल्यूशन के लिए हमने बहुत इंतजाम किए थे। पटाखों पर पाबंदी थी। इसके अलावा फैक्ट्रियों, निर्माण इकाइयों पर सख्ती की गई थी। कई जगह स्मॉग गन लगाई गई थी। इसी का असर रहा कि 2022 की दिवाली वाली रात पॉल्यूशन का लेवल पहले वाले आंकड़े से बहुत कम रहा।
- अब आप शहरों के हाल भी पढ़िए
शहर | रात 10 बजे | रात 12.30 बजे |
नोएडा | 294 | 302 |
गाजियाबाद | 292 | 298 |
ग्रेटर नोएडा | 256 | 263 |
हापुड़ | 205 | 202 |
मुजफ्फरनगर | 216 | 226 |
मेरठ | 172 | 186 |