लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश भर में फेलने वाली फेक न्यूज पर हाल में ही चिंता जाहिर की है। उन्होंने राज्यों के गृहमंत्रियों के चिंता शिविर में कहा था कि किसी भी न्यूज को फॉरवर्ड करने से पहले फैक्ट चेक कर ले। कोई भी गलत न्यूज देश में बड़ा बवाल करा सकती है। वहीं सोशल मीडिया के बढ़ते इस्तेमाल और फेक न्यूज के बढ़ते खतरे को देखते हुए यूपी के 10 जिलों में हाईटेक सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल बनाए जाने का फैसला लिया गया है। इसके बाद अगले चरण में 30 और तीसरे चरण में 38 सेल खोली जाएंगी। जानकारी के मुताबिक वर्तमान में सभी जिलों में सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल अस्थायी जगहों पर संचालित हो रही हैं। सोशल मीडिया पुलिस और सरकार के लिए एक नई चुनौती के रूप में सामने आया है। इसलिए डीजीपी मुख्यालय की सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल की तर्ज पर हर जिले में आधुनिक संसाधनों से लैस सेल तैयार करने का फैसला लिया गया है।
इसमें पहले चरण में आठ जोन लखनऊ, बरेली, आगरा, प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर, मेरठ, गोरखपुर और गाजियाबाद व गौतमबुद्धनगर में सेल बनवाई जा रही हैं। इन सभी जिलों में कप्तान के बंगले (कमांड आफिस) में सोशल मीडिया सेल के लिए अलग से रूम बनाया जाएगा। जहां एप्पल के आधुनिक डेस्क टॉप, लैपटॉप, आईफोन, आईपैड खरीदे जाएंगे। इसके अलावा इन सभी जिलों के लिए 10 टेलिप्राम्टर, प्रिंटर, ब्लूटूथ माइक, कैमरा, ट्राइपॉड भी खरीदे जाएंगे। इसके लिए शासन ने छह करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत कर दिया है। इनमें से हर जिले में करीब 60 लाख रुपये तक खर्च होंगे।
लॉ एंड आर्डर के लिए बनेंगी क्यूआरटी
कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए आठ जोनल मुख्यालय लखनऊ, बरेली, आगरा, प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर, मेरठ, गोरखपुर और चारों पुलिस कमिश्ररेट लखनऊ, कानपुर, वाराणसी व नोएडा में क्विक रेस्पांस टीम बनाई जाएंगी। इनके लिए संसाधनों का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।
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