कानपुर में तेंदुआ की गुर्राहट अब आईआईटी के जंगलों से बाहर निकल कर शॉपिंग सेंटर के बाद सेंट्रल स्कूल (केवी) तक पहुंच गई है। गुरुवार रात और शुक्रवार सुबह तेंदुआ आईआईटी कैम्पस में घूमता नजर आया। एक ओर जहां वन विभाग के कैमरे और आईआईटी के ड्रोन में उसकी चहलकदमी कैद हुई है, वहीं दूसरी ओर लोगों ने भी उसे शॉपिंग कॉम्प्लेक्स और पार्क 67 के पास घूमते हुए देखा है।
परिसर में तेंदुआ की बढ़ी चहलकदमी से आईआईटी समेत आसपास इलाकों में दहशत है। संस्थान ने सुरक्षा को तीन गुना बढ़ा दिया है। एहतियात के चलते केवी व आईआईटी कैम्पस स्कूल बंद कर दिया गया है। वहीं, वन विभाग की टीम ने संख्या बढ़ाते हुए तीन और पिंजड़े लगाए हैं। अब कुल चार पिंजड़े के साथ जाल लगाए गए हैं। टीम कांबिंग कर तेंदुआ को ट्रैंकुलाइज करने की रणनीति बना रही है।
आईआईटी में बुधवार की सुबह चार बजे गेट नंबर दो के पास सिक्योरिटी गार्ड ने तेंदुआ को देखा था। इसकी सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने कांबिंग की लेकिन पगमार्क न मिलने से टीम को हाइना के होने का संदेह हुआ। फिर भी वन विभाग ने अपनी एक टीम निगरानी के लिए तैनात की। गुरुवार को टीम के सदस्यों ने भी दूर झाड़ियों में तेंदुआ को देखा और उसकी आवाज से भी पुष्टि की। टीम ने तेंदुआ पकड़ने के लिए एक जाल और एक पिंजड़ा लगाया।
टीम के सदस्य गेट नंबर दो के पास ही घात लगाए बैठे रहे और तेंदुआ गुरुवार देर रात व शुक्रवार तड़के जंगलों से बाहर निकलकर आईआईटी कैम्पस में घूमता नजर आया। कभी तेंदुआ को शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के पास देखा गया तो कभी पार्क, कभी अकादमिक ब्लॉक के पीछे और कभी केंद्रीय विद्यालय के प्राइमरी सेक्शन के पास। इससे संस्थान में अब दहशत का माहौल है। वहीं मुख्य वन संरक्षक केके सिंह ने बताया कि चिड़ियाघर के डॉक्टरों की रेस्क्यू टीम मौके पर भेजी गई है।
शहर की ओर मूवमेंट
तेंदुआ की मूवमेंट अब शहर की ओर बढ़ती दिख रही है। दो दिन पहले जहां तेंदुआ नजर आया था, वह जंगल और झाड़ियों से भरा है। मगर गुरुवार को वह कैम्पस के अंदर और केंद्रीय विद्यालय के प्राइमरी सेक्शन में दिखा। केंद्रीय विद्यालय में आने का मतलब है कि तेंदुआ कभी भी गूबा गार्डेन, नानकारी समेत विभिन्न रिहायशी इलाकों तक पहुंच सकता है।
वहीं आईआईटी में तेंदुआ दिखने पर परिसर में स्थित केंद्रीय विद्यालय (केवी) और कैम्पस स्कूल को शुक्रवार सुबह बंद कर दिया गया। स्कूल आने वाले बच्चों को मेन गेट से लौटा दिया। सुबह साढ़े सात बजे स्कूल की ओर अभिभावकों को मैसेज गया कि स्कूल के प्राइमरी सेक्शन के पास तेंदुआ देखे जाने से आकस्मिक अवकाश किया गया है। बच्चों की ऑनलाइन कक्षाएं चलेंगी। आईआईटी में गुरुवार रात सड़क पर चहलकदमी करता तेंदुआ कैमरे में कैद हुआ तो रात में ही पेड़ पर भी चढ़ा दिखाई दिया।
सुरक्षा अधिकारी-आईआईटी, प्रो. जे रामकुमार ने कहा कि कैंपस में तेंदुआ दिख रहा है। सुरक्षा को तीन गुना बढ़ाया है। कैंपस में छात्र-छात्राओं शिक्षक, अधिकारी व कर्मचारी को शाम सात से सुबह सात बजे तक घर से न निकलने की सलाह दी है।
12 घंटे में 14 बार दिखा
आईआईटी कैम्पस में तेंदुआ बड़े आराम से घूम रहा है। तेंदुआ को पिछले 12 घंटे में करीब 14 बार देखा गया। रेंजर ऑफिसर लल्लू सिंह ने बताया कि गुरुवार शाम छह बजे तेंदुआ को हवाई पट्टी और गेट नंबर दो के बीच देखा गया। फिर रात ढाई से सुबह पांच बजे के बीच पेट्रोल पंप समेत आईआईटी कैम्पस में कई स्थानों पर तेंदुआ को देखा गया।
घर में करता है हमला
तेंदुआ आमतौर पर रात में ही घूमता है और शिकार करता है। यह घर में घुसकर भी हमला कर देता है और ऊंची-ऊंची दीवार फांद जाता है। यह शेर, बाघ व जैगुआर की तुलना में छोटा होता है और सबसे अच्छा शिकारी होता है। 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ लगाने वाले तेंदुआ की शिकार के समय एकाग्रता लाजवाब होती है।
टीमें कर रहीं निगरानी
तेंदुआ को लेकर आईआईटी में विभाग और वन विभाग की टीम संयुक्त रूप से निगरानी कर रही है। वन विभाग के 14 सदस्य और आईआईटी के करीब 50 से अधिक सिक्योरिटी गार्ड की टीम वायरलेस के साथ निगरानी कर एक- दूसरे के संपर्क में रहकर पल-पल की जानकारी साझा कर रहे हैं।
50-50 मीटर की दूरी पर कैमरा
वन विभाग के साथ आईआईटी प्रशासन ने भी अत्याधुनिक सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। विभाग के अधिकारियों के मुताबिक पूर्व में लगे कैमरे के अलावा हर 50 मीटर की दूरी पर एक कैमरा लगाया गया है। साथ ही सिक्योरिटी गार्ड की टीम वायरलेस के साथ तैनात की है।
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