आंकड़ों को पोर्टल पर करें फीड, शहरी क्षेत्रों में भी परिवार नियोजन सेवाओं को दिया जाए बढ़ावा
उरई(जालौन)| स्वास्थ्य विभाग की जिला मासिक समीक्षा मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय स्थित अचल प्रशिक्षण केंद्र में हुई। इसमें शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के डाटा इंट्री आपरेटर, ब्लाक प्रोग्राम मैनेजर, नगरीय प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों ने भाग लिया। यह बैठक पीएसआई इंडिया संस्था केसहयोग से आयोजित कीगई।
अध्य।क्षता करते हुए अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरसीएच डॉ. वीरेंद्र सिंह ने बताया कि डैशबोर्ड पर जिले की प्रगति में सुधार के लिए निर्धारित बिंदुओं पर लगातार काम करने की जरूरत है। पिछले माह की अपेक्षा इस माह अच्छा काम करके रैकिंग में सुधार लाया जा सकता है।उन्होंने कहा कि नियमित टीकाकरण, परिवार नियोजन, मातृ एवं शिशु सुरक्षा के लिए संचालित स्वास्थ्य सेवाओं में गुणात्मक सुधार के लिए लगातार काम करने की जरूरत है। जो काम किया जा रहा है उसका दस्तावेजीकरण एवं पोर्टल पर उसे फीड करना भी आवश्यक है ।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी परिवार कल्याण डॉ. एसडी चौधरी ने बताया कि परिवार नियोजन के स्थायी और अस्थायी साधनों में आंकड़े पिछले साल की तुलना में इस साल कमी आई है। इसमेंसुधार के लिए आशा और एएनएम को जिम्मेदारी दी जाए। शहरी क्षेत्र में परिवार नियोजन पर जोर दिया जाए।
जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. प्रेमप्रताप सिंह का कहना है कि आशा कार्यकर्ता और एएनएम द्वारा भरे जाने वाले आरसीएच रजिस्टर पर लगातार फीडिंग की जाए। उन्होंने ब्लॉक कार्यक्रम प्रबंधक को आदेश दिए किस्वास्थ्य विभाग के निर्धारित 17 इंडीकेटर पर उपयुक्त जानकारी भरकर हर हालत में सात तारीख तक जिला कार्यक्रम प्रबंधक कार्यालय में भिजवाना सुनिश्चित करें।
इस दौरान नगरीय प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. जितेंद्र कुमार, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी अरविंद सिंह, जिला कोआर्डिनेटर शहरी स्वास्थ्य संजीव कुमार चंदेरिया, चाई संस्था के दीपक दुबे, पीएसआई इंडिया के प्रतिनिधि शरद श्रीवास्तव, हेमंत कुमार, अर्चना, रवि, अश्वनी पांडेय, शिवकुमार, ज्ञानप्रकाश पांडेय आदि मौजूद रहे।
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