संभल: उत्तर प्रदेश के संभल में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक नाबालिग रेप पीड़िता ने आत्महत्या कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. न्याय पाने के लिए थाने से लेकर डीआईजी के दफ्तर तक पीड़िता ने गुहार लगाई. दर-दर भटकने के बाद भी जब रेप पीड़िता को न्याय नहीं मिला तो उसने आत्महत्या कर ली. आरोप है कि पुलिस ने छात्रा को ही गलत साबित करने की कोशिश की और उसके परिवार पर सुलह करने का दबाव बनाती रही. सुसाइड के बाद मौके पर पहुंची पुलिस का पीड़ित परिवार ने जमकर विरोध किया है.
अगवा कर नाबालिग से रेप
दरअसल, पूरा मामला कुढ़फतेहगढ़ थाना इलाके गांव का है, जहां कक्षा आठ की एक नाबालिग छात्रा को रजपुरा थाना इलाके का दरिंदा अगवा कर ले गया और आरोपी ने वहीं उसका रेप किया. वहीं मरने से पहले 164 के बयानों में रेप पीड़िता छात्रा ने चार लोगों पर गैंगरेप का आरोप लगाया. पुलिस ने 15 जुलाई को केस दर्ज किया था. आरोप है कि अभियुक्त के गांव के ही रिश्तेदार आरोपी की मदद करते रहे. उधर आरोपी को पकड़ने की जगह पुलिस पीड़िता और उसकी मां पर सुलह का दबाब बनाती रही.
रेप पीड़िता की मां का आरोप
पीड़िता की मां ने आरोप लगाया कि पुलिस ने अभियुक्त पक्ष से पैसे लेकर सांठ-गांठ कर ली थी. उसने पुलिस पर घर आकर धमकाने जैसे तमाम गंभीर आरोप लगाए हैं. पीड़िता की मां ने कहा कि थाना पुलिस से न्याय न मिलने पर पीड़िता ने थाने से विवेचना ट्रांसफर कराने की भी गुहार की थी. किसी जगह से न्याय न मिलने पर उनकी बेटी ने फांसी लगाकर अपनी जिंदगी खत्म कर ली.
रेप पीड़िता के शव का पोस्टमार्टम
फिलहाल, पुलिस ने रेप पीड़िता के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. वहीं, इस पूरे मामले पर एसपी ने कहा कि पहले से दर्ज मुकदमे में आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा जोड़ दी गई है. पुलिस ने कहा कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा. इधर, पीड़िता की मां ने एसओ और दरोगा पर धमकाने और लड़की को ही गलत साबित करने का आरोप लगाया है.