कानपुर के जाजमऊ में हाईवे पर वसूली के खेल में बुधवार को चार पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी। प्रारंभिक जांच में दोषी पाए जाने के बाद ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर ने इन चारों को लाइन हाजिर कर दिया। चारों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है।
फतेहपुर निवासी रिजवान डीसीएम चलाते हैं। सोमवार को मवेशियों को लेकर उन्नाव जा रहे थे। जाजमऊ चुंगी के पास पुलिसकर्मियों ने उनकी गाड़ी रुकवाई थी। रिजवान ने आरोप लगाया था कि उनसे बीस हजार रुपये की मांग की गई थी। विरोध पर उनके क्लीनर शुभम को पुलिसकर्मियों ने पीटा था। 6500 रुपये देकर वह छूटे थे।
ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने डीसीपी पूर्वी के नेतृत्व में जांच टीम गठित की थी। जेसीपी ने बताया कि जांच में आरोपों के संबंध में साक्ष्य पाए गए हैं। उसी आधार पर दरोगा प्रवीण कुमार, हेड कांस्टेबल शोएब, सिपाही पालेंदर और सिपाही अर्जुन को लाइन हाजिर किया गया है। विभागीय कार्रवाई कर इन सभी को दंडित किया जाएगा।
अगर वसूली हुई, तो दर्ज होगा केस
हाईवे पर वसूली के कई मामले सामने आ चुके हैं। थाने के पुलिसकर्मी हों या पीआरवी के, वह वसूली में लगे रहते हैं। कई वीडियो भी वायरल हो चुके हैं। ज्वाइंट सीपी ने बताया कि डीसीपी पूर्वी को निर्देशित किया गया है कि निगरानी के लिए टीमें बनाएं, जो गोपनीय तरीके से निगरानी करें। जो भी वसूली में पकड़ा जाए, उस पर केस दर्ज किया जाए। जेसीपी ने कहा कि इस पर किसी भी तरह की ढील नहीं दी जाएगी।
हाईवे पर वसूली के कई मामले सामने आ चुके हैं। थाने के पुलिसकर्मी हों या पीआरवी के, वह वसूली में लगे रहते हैं। कई वीडियो भी वायरल हो चुके हैं। ज्वाइंट सीपी ने बताया कि डीसीपी पूर्वी को निर्देशित किया गया है कि निगरानी के लिए टीमें बनाएं, जो गोपनीय तरीके से निगरानी करें। जो भी वसूली में पकड़ा जाए, उस पर केस दर्ज किया जाए। जेसीपी ने कहा कि इस पर किसी भी तरह की ढील नहीं दी जाएगी।