चट मंगनी और पट ब्याह में महोबा के युवक से ठगी हुई। लुटेरी दुल्हन नकदी और जेवरात लेकर बीच रास्ते से परिजनों के साथ रफूचक्कर हो गई। पीड़ित ने बिसंडा थाना में मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई है। महोबा में तहसील कुलपहाड़ के नौगांव पोस्ट स्थित ग्राम खमा निवासी मुरारीलाल के मुताबिक, बेटे मदनपाल की शादी के लिए रिश्ता खोज रहे थे।
गांव निवासी राजेश के जरिए उसके साढ़ू हरगोविंद निवासी मसूदपुरा निवासी से मुलाकात हुई। उन्होंने चित्रकूट में रैपुरा के भौरी निवासी कौशल यादव से मुलाकात कराई। कौशल यादव ने बेटे की शादी कराने का वादा किया। लड़की दिखाने के लिए भरतकूप बुलाया। वहां एक परिवार की दो लड़कियां दिखाईं। लेकिन दोनों में एक भी लड़की पसंद नहीं आई।
इस पर दूसरे दिन दो और लड़कियां दिखाने को कहा। दूसरे दिन अतर्रा बुलाया। वहां से कौशल के साथ पारा गांव गए। पारा गांव स्थित सुशील के घर ले गया। वहां दो लड़कियां 24 वर्षीय काजल और 21 वर्षीय पूजा को दिखाया। काजल पसंद आई। एक माह बाद शादी की बात कही तो कौशल बोला- इतने दिन नहीं रुकेंगे। आज ही शादी करनी होगी। शादी में जेवर और कपड़े आदि खरीदने के लिए 50 हजार रुपए मांगे। कौशल की बात पर यकीन कर 50 हजार रुपये दे दिए। दिन में ही एक-दूसरे को वरमाला पहना शादी हुई। उसी दिन विदाई भी हो गई।
बौद्ध धर्म के अनुसार की शादी
मुरारीलाल के मुताबिक, शादी बौद्ध धर्म के अनुसार कराई गई थी। उसी दिन विदाई में दुल्हन के साथ उसकी छोटी बहन पूजा और चाचा सुशील ने साथ चलकर घर देखने की बात कही। इसपर मुरारीलाल और उनका बेटा राजी हो गया। सभी ऑटो से अतर्रा के लिए सवार हुए। बीच रास्ते में सुशील ने कहा कि पूजा के लिए कपड़े खरीद दो। इस पर रास्ते में मार्केट खरीददारी के उतरे। दुल्हन काजल और पूजा एक दुकान से दूसरी दुकान कपड़े देखने के बहाने खरीदारी करते हुए मार्केट से रफूचक्कर हो गईं।
खोजने का बहाना कर चाचा भी आंखों से ओझल
जब काजल और पूजा कहीं दिखाई नहीं दीं तो उसका चाचा सुशील खोजने लगा। दोनों को खोजने में सुशील भी आंखों से ओझल हो गया। ठगी का अहसास होने पर मुरारीलाल और उनका बेटा पारा गांव पहुंचा। वहां सुशील, काजल और पूजा में कोई भी नहीं मिला। जानकारी जुटाने पर पता चला कि उक्त आरोपित कई लोगों को शादी के बहाने ठग चुके हैं। पीड़ित की तहरीर पर कौशल यादव, सुशील, काजल और पूजा के खिलाफ ठगी और विश्वास हनन की रिपोर्ट दर्ज हुई है।