आजमगढ़. जिले में अहरौला थाना क्षेत्र के गौरी का पुरा गांव के पास सड़क किनारे स्थित एक कुएं में 6 दिन पूर्व सिर कटी व कई टुकड़ों में मिली लाश के मामले का पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है. पुलिस ने दावा किया है कि आरोपी प्रिंस यादव मृतका आराधना की शादी दूसरे व्यक्ति से होने से नाराज चल रहा था, इसलिए उसने आराधना को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया. इस प्लान में उसके माता-पिता, बहन, मामा, मामी, मामा का लड़का व उसकी पत्नी भी शामिल हैं.
पूरी घटना के दौरान प्रिंस के मामा का लड़का सर्वेश साथ ही रहा. पुलिस ने मृतक आराधना की शव गौरी का पुरा गांव से कुछ ही दूरी पर स्थित पोखरी से भी बरामद कर लिया है. पुलिस ने आरोपी प्रिंस यादव को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया. फरार पांच महिलाओं समेत आठ आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है. दरअसल बीते 16 नवम्बर को गौरी का पूरा गांव के सड़क किनारे युवती का शव कई टुकड़ो में मिला था. पुलिस ने इस घटना को चुनौती के रूप में स्वीकार कर अधिकारियों के नेतृत्व में पांच टीमों का गठन किया.
पुलिस टीमें घटना की छानबीन में जुटी थी तभी पुलिस के हाथ पहला सुराग तब लगा जब युवती की शिनाख्त क्षेत्र के इसहाकपुर गांव निवासी केदार प्रजापति ने अपनी पुत्री आराधना के रूप मे शारिरिक बनावट व नेल पालिस, कंगन व धागे से की. इसके बाद पता चला कि बीते नौ नवम्बर को प्रिंस यादव ने उसके घर से उसे बैठाकर दर्शन कराने के लिए गया था. इस जानकारी के बाद पुलिस की राह आसान हुई।. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि प्रिंस यादव खाड़ी देश शारजहां में लकड़ी काटने का काम करता था. उसका आराधना के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था लेकिन इसी बीच फरवरी 2022 में उसकी शादी किसी दूसरे व्यक्ति से हुई तो वह शारजहां से घर चला आया.
इसके बाद उसने आराधना से बात करने की कोशिश की लेकिन कामयाब नहीं हुआ तो उसने इसकी जानकारी अपने माता-पिता को बताई जिसके बाद उन्होने ही आराधना को रास्ते से हटाने के लिए उसका साथ देने को तैयार हो गए. योजना के तहत प्रिंस यादव ने अपने मामा के लड़के सर्वेश के साथ नौ नवम्बर को भैरव धाम घूमने के लिए आराधना को उसके घर से लिया और एक रेस्टोरेंट पर ले गया. उसके बाद वह वहां से अपने मामा के गांव स्थित एक गन्ने के खेत मे आराधना को जबरन खीचकर ले गया जहां सर्वेश और प्रिंस ने उसकी गला दबाकर हत्या कर दी.
गन्ने के खेत में ही पहले से रखे लकड़ी के बोटे पर उसकी शरीर के 6 टुकड़े किए और पॉलिथिन में पैक किया. इसके बाद गौरीपुरा गांव के पास शव को कुएं में फेंका जबकि उसके सिर को वहां से कुछ दूर स्थित एक तालाब के पास फेंक दिया. पुलिस ने साइंटिफिक तरिके से छानबीन कर सभी सबूतों को इकठ्ठा किया और आरोपी प्रिंस यादव को 19 नवम्बर की रात को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस जब रविवार को बरामदगी के लिए उसे लेकर पहुंची तो उसने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दिया. जबावी फायरिंग में प्रिंस यादव भी घायल हो गया. पुलिस ने लकड़ी का बोटा, तमंचा, कारतूस व अन्य सामान बरामद कर लिया.
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