बच्चों तुम जानो अपने अधिकार तुम्हें ही बनना है देश के विकास का सच्चा भागीदार
उरई(जालौन)। जिला प्रोबेशन अधिकारी के निर्देशानुसार महिला कल्याण विभाग के महिला शक्ति केंद्र के द्वारा “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” योजना अंतर्गत “बाल अधिकार दिवस” के उपलक्ष्य में प्राथमिक विद्यालय गांधी नगर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया कार्यक्रम का शुभारंभ बालिकाओं द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत करके किया गया कार्यक्रम में महिला कल्याण अधिकारी अलकमा अख्तर के द्वारा बच्चों को उनके बाल अधिकारो जैसे- शिक्षा का अधिकार ,जीवन का अधिकार भोजन, पोषण, स्वास्थ्य अच्छे पारिवारिक वातावरण के अधिकारों के बारे में बच्चों को विस्तार पूर्वक बताया गया| बच्चों के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं जैसे- मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना जिसमें बालिकाओं को शिक्षा ग्रहण करने हेतु व समाज में खुद को सशक्त बनाने हेतु छह श्रेणियों में 15000 की धनराशि दी जाती है साथ ही कोविड-19 के दौरान अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों के लिए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना कोविड-19 व बाल सेवा योजना सामान्य की जानकारी दी गई। जिसमें वह अपना जीवन यापन सक्षम बना सके इसी क्रम में बच्चों को शिक्षा के महत्व को बताने के उद्देश्य से बाल अधिकार के विषय जानकारी दे कर जागरूक किया गया। कार्यक्रम का समापन विद्यालय की प्रधानाचार्या नफीसा जी के द्वारा बच्चों का मनोबल बढ़ाते हुए किया गया।
समाजसेवी यूसुफ अंसारी ने अब बेजुबान पशुओं की सेवा में जुटे
आवारा गौवंशों एवं घूमने वाले कुत्तों आदि को रह रोज अपने हाथों से कराते भोजन
उरई(जालौन)। जनपद जालौन में समाजसेवी के नाम से अपनी पहचान बनाने वाले तथा गरीबों और मजलूमों की आगे बढ़कर हर संभव मदद करने वाले समाजसेवी यूसुफ अंसारी ने अब शहर में विचरण करने वाले बेजुबान जानवरों की सेवा करना शुरू कर दिया है। समाजसेवी यूसुफ अंसारी को जो भी आवारा जानवर या पशु विचरण करता दिखाई देता है तो वह तुरंत उसे रोक लेते है और प्यार से उसे बिस्किट या फिर रोटी आदि खिलाते हर दिन नजर आते है। समाजसेवी यूसुफ अंसारी की इस पशु प्रेम की चर्चाएं आम जनता के बीच में सुनाई देने लगी है। इस सम्बंध में समाजसेवी यूसुफ अंसारी का कहना कि उन्होंने गरीब और असहाय लोगों की मदद उनके घर पहुंच कर की है। अब उन्होंने सोचा कि क्यों ना बेजुबान पशुओं की सेवा की जाये जो भूखे-प्यासे शहर की गलियों में भटकते देखे जाते है इसी को सोच कर उन्होंने यह कदम आगे बढ़कर उठाया है। बताते चले कि समाजसेवी युसूफ अंसारी काफी अरसे से गरीब और असहाय लोगों की हर संभव मदद पहुंचाने का काम करते आ रहे है वह चाहे हिन्दू हो या मुस्लिम समाज को बगैर भेदभाव से मदद करते रहते है।
पीड़ित की तहरीर के बाद भी थाना पुलिस ने दर्ज नहीं किया मुकदमा
पीड़ित ने एसपी के दरबार में पहुंच कर लगाई न्याय की गुहार
उरई(जालौन)। नदीगांव थाना क्षेत्र के ग्राम कन्हरी में विगत 12 नवम्बर को सूने घर का ताला तोड़कर रंजिश के चलते परिजनों ने लाखों रूपये की चोरी कर डाली। 20 नवम्बर को जब पीड़ित गुजरात से वापस लौट कर गांव आया तो देखा कि घर ताला टूटा पड़ा था तथा भी बिखरा पड़ा था। जिसकी लिखित तहरीर पीड़ित ने थाने पहुंच कर देने के बाद भी थाना पुलिस घटना का मुकदमा दर्ज नहीं कर सकी तो आज बुधवार को पीड़ित ने पीड़ित ने एसपी के दरबार में पहुंच कर न्याय की गुहार लगाई है। पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देते हुए शिवम कुशवाहा निवासी ग्राम कन्हरी थाना नदीगांव ने बताया कि उसके पिता ने अपने जीवनकाल में कोंच-नदीगांव रोड पर एककिता मकान का वसीयतनामा उसके हक में 13 दिसंबर 2021 को पंजीकृत की थी।उनकी मृत्यु के पश्चात वसीयत के आधार पर प्रार्थी का नाम राजस्व अभिलेखों में दर्ज भी हो गया।जिसकी बजह से उसका बड़ा भाई रजनीश रंजिश मानने लगा।आरोप है कि उसके बड़े भाई रजनीश ने कई बार उसके व उसकी मां के साथ मारपीट की जिसकी लिखित सूचना भी नदीगांव थाना पुलिस को दी गयी इसके बाद भी थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया जिसकी बजह से उसके बड़े भाई के हौसले बुलंद हो गये। पीड़ित ने बताया कि वह परिवार के साथ पानी-पूड़ी का धंधा करने के लिए गुजरात के बड़ोदरा में मकान का ताला लगा कर चला गया जिसका फायदा उठाते हुए उसके बड़े भाई ने दो बार मकान की चोरी कर डाली। पीड़ित का आरोप है 7 नवम्बर को परिवार के साथ मकान का ताला लगाकर गुजरात चला गया जिसका फायदा उठाते हुए 12 नवम्बर को उसके बड़े भाई ने मकान का ताला तोड़कर मकान के अंदर रखें एक लाख रुपये के जेबरात, 15 हजार रुपये नगद तथा तीन बोरी सरसों की चोरी कर ले गये। पीड़ित ने बताया कि इतनी बड़ी चोरी की घटना की लिखित तहरीर देने के बाद भी थाना पुलिस आरोपी के खिलाफ मुकदमा तक दर्ज नहीं किया। पीड़ित ने एसपी से न्याय की गुहार लगाते हुए आरोपी भाई के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की मांग उठाई है।
आजादी के बाद भी राष्ट्रीय रोजगार नीति लागू नहीं-डा.श्रद्धा चौरसिया
उरई(जालौन)। देश आजादी का अमृत महोत्सव बना रहा है आजादी के इन 75 सालों में आखिर इतनी बेरोजगारी क्यों बढी ? यह गंभीर विषय हो चला है इसी वेरोजगारी मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए संयुक्त रोजगार आंदोलन समिति की सदस्य डॉ श्रद्धा चौरसिया ने पत्रकारों से प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि देश की ताकत उसकी अर्थव्यवस्था होती है लेकिन यहां तो बेरोजगारी है। उन्होंने कहा कि यहां जितनी भी सरकारें केंद्र में आई उन सरकारों ने रोजगार नीति को लागू क्यों नहीं किया ? इसी क्रम में संयुक्त रोजगार आंदोलन समिति के बैनर तले भ्रष्टाचार शिकायत अभियान भारत के समर्थन से देशभर में बेरोजगार युवाओं छात्रों मजदूर किसान महिलाएं सभी के लिए देश में बेरोजगारी दूर करने के लिए 26 नवंबर को प्रातः 10 बजे गांधी चबूतरा कोतवाली उरई के सामने अपनी बात रखने के लिए एक दिवसीय सामूहिक अनशन का आयोजन किया जा रहा है।इस आंदोलन के अंतर्गत देश भर में 60 लाख सरकारी पदों को तुरंत भर्ती करने एवं राष्ट्रीय रोजगार नीति कानून को पास कराने की मांग रखी जाएगी। इसी क्रम में उन्होंने बताया कि यह भारत आंदोलन पूरे भारतवर्ष में 500 स्थानों पर रोजगार आंदोलन का आयोजन हो रहा है। इस आंदोलन में स्थानीय संगठनों विश्वविद्यालय महाविद्यालय के छात्र छात्राओं को वेरोजगार युवाओं को आमंत्रित किया है।इसके बाद उन्होंने अपनी बात रखते हुए पत्रकार बंधुओं से अपील की है देश भर में बेरोजगारी की समस्या का हल एवं आर्थिक स्थिति में सुधार एवं आगे आने वाली पीढ़ियों में सुधार इस महाअभियान में हमारा साथ देने की कृपा करें।संयुक्त रोजगार आंदोलन समिति सदस्य जालौन कमेटी भी उपस्थिति रहे।
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