राजस्थान में भरतपुर (Bharatpur) के नोंह गांव में प्रेमी (Lover) के साथ मिलकर पति (Husband) की हत्या करने से जुड़े प्रकरण में पुलिस की जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। पुलिस की जांच में सामने आया कि महिला रीमा ने 29 मई को अपने प्रेमी भागेंद्र के साथ मिलकर पति पवन की हत्या की थी।
हत्या के बाद शव बाक्स में छिपाया
हत्या करने के बाद उसने पति का शव पलंग के अंदर बने बाक्स में छिपा दिया था। पति की हत्या करने के बाद उसने 30 तारीख को वट सावित्री का व्रत रखा, जोकि पति की लंबी उम्र के लिए रखा जाता है। रीमा ने उसी पलंग पर बैठकर व्रत खोला, जिसके अंदर पति का शव छिपा हुआ था। उस दिन उसने खीर-पूड़ी बनाकर खुद खाई और स्वजनों को भी खिलाई। दिनभर टीवी पर क्राइम पेट्रोल सीरियल देखती थी
तीन दिन तक उसने शव वहीं रखा, वह बाहर कहीं जाती तो कमरे के ताला लगाकर जाती थी। वह कमरे में किसी को प्रवेश नहीं करने देती थी। उसके दो बच्चे घर के कुछ दूर अपने दादा-दादी के पास रहते थे। रीमा दिनभर टीवी पर क्राइम पेट्रोल सीरियल देखा करती थी। तीन दिन बाद उसने प्रेमी के साथ मिलकर पति का शव पास से गुजर रही नहर में फेंक दिया। पवन तीन-चार दिन तक नजर नहीं आया तो बच्चों और अन्य स्वजनों ने रीमा से पूछा तो उसने उन्हें कह दिया कि वह बिना बताएं घर से बाहर गया है। मोबाइल भी बंद आ रहा है। इसके बाद स्वजनों के साथ मिलकर उसने अपने पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट चिकसाना पुलिस थाने में दर्ज करवाई। स्वजनों व पुलिस को गुमराह करने के लिए उसने 13 अक्टूबर को करवा चौथ का व्रत भी रखा।
ससुर ने बहू को प्रेमी के साथ आपत्तिजनक हालत में देखा
इस बीच, पवन के पिता हरि प्रसाद ने 16 अक्टूबर को रीमा को भागेंद्र के साथ आपत्तिजनक हालत में देखा तो उन्हें बेटे की गुमशुदगी पर शक हुआ। इस पर उन्होंने पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो रीमा और भागेंद्र ने पवन की हत्या करने की बात स्वीकार कर ली। उन्होंने शव नहर में फेंकने की बात भी स्वीकार की। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। सात साल पहले हुई थी शादी
पवन और रीमा की शादी साल, 2015 में हुई थी। पवन रीमा से 14 साल उम्र में बड़ा था। साल, 2018 से पवन के रिश्तेदार भागेंद्र के साथ रीमा के प्रेम संबंध बने। पवन को उनके संबंधों के बारे में पता चला तो इसी साल 29 मई को दोनों ने मिलकर रात के समय उसकी हत्या कर दी। उस समय वह नींद में सो रहा था। पति की हत्या करने के बाद स्वजनों को गुमराह करने के लिए उसने तीन दिन तक भोजन नहीं किया, रोई भी। पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाने पुलिस थाने तक अपने ससुर के साथ गई। करीब छह महीने तक स्वजन पवन को गुमशुदा समझते रहे। जब हरिप्रसाद ने रीमा को भागेंद्र के साथ देखा और पुलिस को सूचना दी। पूछताछ में पूरे प्रकरण का दो दिन पहले खुलासा हुआ।
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