लखनऊ। हैदराबाद से लोकसभा के सदस्य और आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी को उत्तर प्रदेश में बड़ी संभावना दिखने लगी है। उत्तर प्रदेश में दलित वर्ग के समर्पित वोट को देखते हुए ओवैसी को बसपा के साथ वर्ष 2024 में उतरने का बड़ा लाभ भी दिख रहा है।
ओवैसी ने गुजरात दौरे में बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती की जमकर प्रशंसा की है। माना जा रहा है कि ओवैसी लोकसभा चुनाव 2024 में उत्तर प्रदेश में बसपा के साथ गठबंधन की संभावना भी तलाश रहे हैं। इसी क्रम में उनका तो अब बसपा की ओर झुकाव भी होने लगा है।
गुजरात के विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी के प्रत्याशियों के पक्ष में माहौल बनाने आए असदुद्दीन ओवैसी ने मीडिया से वार्ता में बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती की जमकर सराहना की। ओवैसी ने उत्तर की चार बार मुख्यमंत्री रहीं मायावती को देश की बहुत बड़ी लीडर भी बताया है।
हैदराबाद से 2004 से लगातार लोकसभा सदस्य असदुद्दीन ओवैसी ने गुजरात के गोधरा ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती जी देश की बहुत बड़ी लीडर है। यह अलग बात है कि उनको अभी तो वैसी कामयाबी नहीं मिल रही है। हम उम्मीद करते हैं कि उनकी पार्टी काफी ऊपर उठे। भारत की राजनीति में बहुजन समाज पार्टी की तो अब बहुत ज्यादा जरूरत है।
उत्तर प्रदेश में असदुद्दीन ओवैसी को बहुजन समाज पार्टी का बड़ा और काफी मजबूत वोट बैंक दिख रहा है। माना जा रहा है कि वर्ष 2024 में ओवैसी अब उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी के साथ चुनाव के मैदान में उत्तर सकते हैं। गुजरात के चुनाव में बसपा का कोई प्रत्याशी नहीं उतर रहा है, लेकिन वहां पर ओवैसी का बसपा की मुखिया की प्रशंसा करना एक बड़ा संकेत दे रहा है।
बहुजन समाज पार्टी ने वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के साथ उत्तर प्रदेश में गठबंधन किया था। बहुजन समाज पार्टी ने दस सीट जीती थी, जबकि समाजवादी पार्टी को पांच पर सफलता मिली थी। इसी दौरान उप चुनाव में समाजवादी पार्टी इनमें से दो को गंवा चुकी है। मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद अब मैनपुरी में पांच दिसंबर को लोकसभा का उप चुनाव होना है।
असदुद्दीन ओवैसी आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। ओवैसी पहली बार 2004 में हैदराबाद लोकसभा सदस्य चुने गए थे। उसके बाद 2009 और 2014 के आम चुनाव में भी हैदराबाद से जीते। 2019 के आम चुनाव में वह फिर से जीते। ओवैसी सरकारी नौकरियों और शिक्षा संस्थानों में पिछड़े मुसलमानों के लिए आरक्षण का समर्थन करते हैं।
उनके भाई अकबरुद्दीन ओवैसी तेलंगाना विधान सभा के सदस्य हैं और इसमें पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं। असदुद्दीन ओवैसी के पिता सलाहुद्दीन ओवैसी भी नेता थे। वह दो दशक से भी अधिक तक हैदराबाद के सांसद रहे।
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