गाजियाबाद से 11 साल की बच्ची को किडनैप करने के बाद हत्या करके के फेंकने के मामले में मुख्य आरोपी शिविन शर्मा को पुलिस ने एक मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के पैर में गोली लगी है। शिविन गुजरात में पिज्जा बनाने की कंपनी में बतौर हेल्परी नौकरी करता है और फिलहाल छुट्टी पर आया हुआ था। फिरौती की रकम का एक हिस्सा पाने के लिए उसने इस वारदात को अंजाम दिया।
20 नवंबर को किडनैप, 22 को मिली थी लाश
गाजियाबाद में नंदग्राम थाना क्षेत्र के नई बस्ती की रहने वाली खुशी (11) 20 नवंबर को किडनैप हो गई थी। 22 नवंबर को उसकी लाश बुलंदशहर जिले में कोतवाली देहात के गांव सराय छबीला स्थित गन्ने के खेत में मिली। पुलिस ने इस मामले में खुशी के पड़ोसी बबलू सहित अमित और गंभीर सिंह को गिरफ्तार किया था।
बबलू ने खुशी के पिता सोनू को फोन करके रिहाई के बदले 30 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी। पुलिस इस मामले में बबलू, अमित और गंभीर को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। जबकि चौथा आरोपी शिविन फरार था, जिसकी गिरफ्तारी पर पुलिस ने 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया हुआ था।
चार हिस्सों में बंटनी थी फिरौती की रकम
क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकि ने बताया, बच्ची को किडनैप पड़ोसी बबलू ने किया था। बबलू इस बच्ची को अपने दोस्त अमित के पास लेकर गया। अमित ने ये बच्ची गाजियाबाद में दादरी बाइपास पर गंभीर सिंह और शिविन शर्मा को दे दी। दोनों मूल रूप से जिला बुलंदशहर के रहने वाले हैं। वे बच्ची को स्कूटी पर बुलंदशहर ले गए थे। इस दौरान शिविन शर्मा ने गला घोंटकर बच्ची की हत्या कर दी और शव को खेत में फेंक दिया।
शिविन को अब गिरफ्तार कर लिया गया है। वो बुलंदशहर में स्टेडियम रोड टांडा का रहने वाला है। उसके पिता वहीं पर आढ़ती हैं। आरोपी गंभीर सिंह की बहन की ससुराल शिविन शर्मा के पड़ोस में है। इसलिए गंभीर और शिविन की दोस्ती हो गई। तय हुआ था कि 30 लाख रुपए की फिरौती 4 हिस्सों में बंटेगी, जिसमें सबके हिस्से में साढ़े सात लाख रुपए बराबर-बराबर आ जाएंगे।
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