यंग भारत ब्यूरो
गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है. इस बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी शुरू हो गया है. इसी कड़ी में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि अयोध्या के राम मंदिर निर्माण बीजेपी ने बेवकूफ बनाने के लिए कराया है. राम मंदिर बनने से क्या फर्क पड़ता है. क्या राम मंदिर बनने से किसी को नौकरी मिलेगी.
वाघेला यही नहीं रुके, उन्होंने टीवी9 से बातचीत में कहा कि बीजेपी ने बेवकूफ बनाने के लिए मंदिर बनाया था. बीजेपी ने हिंदुओं का ठेका ले रखा है. राम मंदिर बनने से क्या फर्क पड़ता है. वाघेला ने कहा कि मैं मंदिर का ट्रस्टी भी हूं. भगवान का मामला, खुद का निजी मामला है. राम मंदिर मार्केटिंग की चीज नहीं है और न ही भारत माता. मंदिर बनेगा, तो लोग जाएंगे दर्शन करने. 500 फीट ऊंचा मंदिर बना दीजिए, चाहे सोने का बनाएं. सोमनाथ में तो लगाया ही है. लेकिन उसकी मार्केटिंग न करें. इसका उपयोग राजनीति में हो रहा है. आडवाणी जी की अयोध्या यात्रा पॉलिटिकल अचीवमेंट के लिए थी. राम मंदिर बीजेपी ने सिर्फ अपने लिए बनाया है, लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए बनाया है.
बीजेपी ने जनता के साथ चीटिंग की
वाघेला ने आगे कहा कि राम मंदिर बनवाइए कोई नहीं रोक रहा, लेकिन हमारे पेटू राम यानी रोजी रोटी की समस्या का भी हल निकालें. वाघेला ने नौकरी के मसले को उठाते हुए कहा कि बच्चा बेकार है, उसे नौकरी दीजिए. भ्रष्टाचार के बिना कोई काम नहीं होता, इसे भी हटाइए. शिक्षा की फीस इतनी बढ़ी है कि बच्चों को पढ़ा नहीं सकता. मामा बीमार है, उसे अस्पताल में भर्ती नहीं करा सकता. आम आदमी के लिए यह है राम मंदिर. बीजेपी ने जनता के साथ चीटिंग की है. वहीं, लव जिहाद पर वाघेला ने कहा कि हिंदू लीडरों ने ठेका ले रखा है, इनकी बेटियों ने कहां शादी की है? वाघेला ने दावा किया वो 100 ऐसे हिंदू लीडरों को जानते हैं, जिनकी बेटियों की शादी मुस्लिम परिवार में हुई है. उनका कहना है कि उन्हें मुस्लिम दामाद मंजूर है.
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