मैनपुरी. लोकसभा उपचुनाव को लेकर सरगर्मी जोरों पर है. सपा और भाजपा एक दूसरे पर हमलावर है. समाजवादी पार्टी से पूर्व सीएम अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव चुनाव लड़ रही हैं. इसी बीच यहां पुलिसकर्मियों की जो ड्यूटी लगाई गई है उसकी एक सूची सोशल मीडिया पर वायरल है. इस सूची पर अखिलेश यादव ने भी निशाना साधा, जिसके बाद इस सूची का खंडन किया है.
गौरतलब है कि मैनपुरी में लोकसभा उपचुनाव में पुलिस कर्मचारियों की जो ड्यूटी सूची वायरल हो रही है उसमें पुलिस कर्मियों की के नाम के साथ जाति का भी कॉलम था. इसके सामने आते ही सवाल उठने शुरू हो गए. इस बीच एसपी मैनपुरी कमलेश दीक्षित ने सूची को लेकर खंडन किया. उन्होंने कहा है कि ऐसी कोई सूची पुलिस द्वारा जारी नहीं की गई है. सोशल मीडिया पर उन्हें भी इस सूची की जानकारी हुई है. एसपी ने कहा कि किसी भी पुलिसकर्मी की ड्यूटी के नाम के साथ जाति का कॉलम नहीं होता है. वहीं यह सूची कहां से वायरल हुई इसको लेकर जांच कराए जाने की भी बात कही जा रही है.
मतदान में लगे पुलिसकर्मियों की सूची के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अखिलेश यादव ने भी आरोप लगाए थे. उन्होंने चुनाव आयोग पर भी सवाल उठाए. अखिलेश ने एक निजी टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा है कि मैनपुरी के पुलिस अधिकारी और प्रशासनिक लोग स्थानीय ग्राम प्रधानों को वोट ना डलवाने के लिए धमका रहे हैं. अखिलेश यादव ने अपनी बातचीत में कहा है कि मैनपुरी के सीडीओ, थानेदार और अन्य अफसर फोन पर प्रधानों को धमकी दे रहे हैं. इसके अलावा दबाव बनाया जा रहा है कि समाजवादी पार्टी के इलाकों में वोट ना पड़ सके.
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