जमीन का मुआवजा न मिलने को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे ग्रामीण
जिलाधिकारी को ज्ञापन भेंट कर मुआवजा दिलवाये जाने की उठाई मांग
उरई(जालौन)। तहसील उरई क्षेत्र के अंर्तगत पड़ने वाले ग्राम कैथेरी के दर्जनों ग्रामीणों आज बुधवार को कलेक्ट्रेट पहुंच कर जिलाधिकारी को ज्ञापन भेंट करते हुए बताया कि एनएच-27 के निर्माण के लिए जमीन ली गयी इसके बाद भी जमीन का मुआवजा नहीं मिल सका है। ग्राम कैथेरी निवासी ग्रामीण रामखिलौने, गुलाबरानी, घनश्याम, बाबूराम, कृष्णा, चंदा, जयदेव आदि ने ज्ञापन देते हुए बताया कि किसानों की कृषि योग्य जमीन एनएच-27 के निर्माण में अधिगृहीत की गयी थी इसके बाद उक्त एक्सप्रेस वे का निर्माण सरकार द्वारा किया गया था जिसका उदघाटन प्रधानमंत्री के द्वारा किया जा चुका है। ग्रामीणों ने बताया कि निर्माण कार्य के दौरान किसानों के खेत में मौरम, जेसीबी डस्ट डालकर स्टाक किया गया था जो अभी तक पड़ी हुई है।जिसकी बजह से फसल बुवाई का काम नहीं हो सका है।जिससे हम लोगों को आर्थिक नुकसान भी हुआ है।किसानों ने जिलाधिकारी से नुकसान का मुआवजा दिलवाये जाने की मांग उठाई है।
पति, ससुर और ससुरालीजनों से परेशान पीड़ित महिला ने डीएम से लगाई न्याय की गुहार
उरई(जालौन)।कोतवाली उरई क्षेत्र के ग्राम बड़ेरा निवासी पुष्पा देवी पत्नी प्रमोद पाल ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देते हुए बताया कि उसके एक पुत्र व पुत्री है दोनों नाबालिग है।उसका पति शराबी किस्म का है जिसकी बजह से उसका और बच्चों का भरणपोषण उसका अजिया ससुर लीलाधर करता है।जिसके नाम जमीन दर्ज है जिसने मौखिक रूप से परिवारिक बंटवारा कर रखा जिसके नाम की तीन बीघा जमीन मिली है।महिला का आरोप उसके हिस्से की जमीन प्लाटिंग में आ गयी है जिसको प्रार्थनी का ससुर प्लाटिंग कर बेचने का काम कर रहा है।जिसके एवज में प्रार्थनी के पति प्रमोद को दस-बीस हजार रुपये दे देता है।जिसको उसका पति शराब के नशे में बरामद कर देता है। पीड़ित महिला का आरोप है कि उसका पति शराब के नशे में उसकी और बच्चों के साथ मारपीट करता है।पीड़ित महिला का आरोप है जब वह घर का खर्च और बच्चों की पढ़ाई के लिए पैसा मांगती है तो उसका ससुर व पति आदि लोग मिलकर मारपीट व तलाक देने की धमकियां देते रहते है।जिसकी बजह से प्रार्थनी बच्चों सहित सड़कों पर भींख मांगने के लिए मजबूर है।पीड़ित महिला ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देते हुए न्याय की गुहार लगाई है।
सीओ के आश्वासन पर पत्रकारों ने समाप्त किया क्रमिक अनशन
उरई(जालौन)।कस्बा कोंच में विगत सप्ताह दो पक्षों के बीच हुई मारपीट की घटना के दौरान समाचार संकलन करने गये पत्रकार अरुण पटेल के खिलाफ बगैर कि जांच के ही फर्जी तरीके से मुकदमा दर्ज कराये जाने से आक्रोशित स्थानीय पत्रकारों ने चंदकुआ चौराहा स्थित रानी लक्ष्मीबाई स्मारक पर बुधवार को क्रमिक अनशन के दूसरे दिन भी डटे रहे।जिला प्रेस क्लब कोंच तहसील इकाई के संरक्षक मंडल के सदस्य पुरुषोत्तम दास रिछारिया की अध्यक्षता में आज बुधवार की सुबह 10 बजे से अनशन शुरू हो गया।वहीं क्षेत्राधिकारी के प्रतिनिधि के तौर पर अनशन पर पहुंचे अतिरिक्त निरीक्षक वीरेन्द्र सिंह के द्वारा दिए गये आश्वासन पर पत्रकारों ने फिलहाल अपना अनशन स्थगित कर दिया।जिला प्रेस क्लब तहसील इकाई कोंच के बैनर तले स्थानीय पत्रकारों द्वारा चलाये जा रहे क्रमिक अनशन पर बैठे पत्रकारों ने अरुण पटेल को न्याय दिलाये जाने के लिए हुंकार भरी। अनशन पत्र बैठे पत्रकारों ने एफआईआर से अरुण पटेल का नाम हटाये जाने की बात प्रशासन के समक्ष रखी।इस दौरान संरक्षक मंडल के सदस्य रमेश तिवारी, पुरुषोत्तम दास रिछारिया, वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र यादव, अशफाक खान, मो. अफजल अहमद, जिला सचिव हरिओम याज्ञिक सहित दर्जनों की संख्या में पत्रकार मौजूद रहे।
बसपा नेताओं की सहमति के बाद श्रीमती मीना पत्नी अवधेश निरंजन ने ठोकी अध्यक्ष पद की दावेदारी
नगर पालिका परिषद उरई से अध्यक्ष पद के प्रवलदावेदार ने भरी हुंकार
उरई(जालौन)।नगर पालिका परिषद उरई के होने वाले आगामी चुनाव की तैयारियां चुनाव लड़ने वाले संभावित दावेदारों शुरू कर दी तथा अपनी-अपनी दावेदारी के आवेदन पत्र भी पार्टी अध्यक्ष या प्रभारी को सौप दिये है। इसके बाद भी संभावित दावेदार आरक्षण जारी न होने की बजह से ओपापोह की स्थिति में नजर आ रहे है फिर संभावित दावेदारों ने जनता के बीच में पहुंच कर सम्पर्क करना शुरू कर दिया है। इसी क्रम बसपा के वरिष्ठ नेता अवधेश निरंजन ने पार्टी में समर्पित रहकर बसपा सुप्रीमो मायावती के निर्दशों पर चलकर समाज को जोड़ने एवं पार्टी की नितियों को जनजन तक पहुंचाने वाले बसपा नेता अवधेश निरंजन आगामी नगर पालिका परिषद उरई से बसपा के वरिष्ठ नेताओं की सहमति पर प्रवलदावेदारी दावेदारी ठोक दी है। बसपा नेता अवधेश निरंजन का कहना कि आरक्षण जारी होने के बाद अगर यह सीट पिछडे वर्ग की महिला या फिर पुरुष के आरक्षित होती है तो वह चुनाव जरूर लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि वह बसपा सुप्रीमो मायावती की नितियों को लेकर जनता के बीच पहुंच कर मतदाताओं से सम्पर्क करने में जुट गये है बस उन्हें आरक्षण जारी होने का इंतजार है। उन्होंने ने बताया कि पार्टी जिलाध्यक्ष धीरेन्द्र चौधरी के अलावा बसपा के वरिष्ठ नेताओं को अपना आवेदन सौप दिया है।
कोंच के अधिवक्ताओं ने कलेक्ट्रेट पहुंच कर सिटी मजिस्ट्रेट को सौपा ज्ञापन
24 नवम्बर को मारपीट एवं लूटपाट की घटना का मामला
घटना की जांच करवा कर कार्यवाही की उठाई मांग
उरई(जालौन)।कोंच कोतवाली क्षेत्र के पटेल नगर के रहने वाले अधिवक्ता असित कुमार कुशवाहा पुत्र लालाराम कुशवाहा और उनके परिजनों के साथ रजनीकांत पटेल ने जमीन के विवाद में अपने साथियों के साथ मिलकर घर में घुसकर 24 नवंबर को मारपीट करते हुए गाड़ियों की तोड़फोड़ तथा लूटपाट की थी, इस मामले में अधिवक्ता द्वारा कोतवाली में शिकायत भी की थी, मगर पुलिस ने इस मामले में मुकदमा नहीं लिखा था, जिसके बादअधिवक्ताओं ने हंगामा करते हुए पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की थी, जिसका संज्ञान लेते हुए सीओ ने घटना में घायल 4 लोगों का चिकित्सीय परीक्षण कराया था, साथ ही अगले दिन धारा 395, 308 आईपीसी की धारा में मुकदमा पंजीकृत करते हुए नामजद आरोपी रजनीकांत पटेल को गिरफ्तार किया था। इसी मामले में घटना में घायल अधिवक्ता असित कुशवाहा ने जालौन की जिलाधिकारी चांदनी सिंह और पुलिस अधीक्षक रवि कुमार के कार्यालय पहुंचकर प्रार्थना पत्र दिया, जिसमें बताया कि पुलिस द्वारा अभियोग की निष्पक्ष विवेचना नहीं की जा रही है। घटना में घायल 8 लोगों में से सिर्फ पुलिस ने 4 लोगों का ही मेडिकल परीक्षण कराया था, साथ ही कोंच कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक बलिराज शाही द्वारा अभियोग की धाराओं का अल्पीकरण कर विवेचना धारा 147, 149, 452, 323, 504, 427, 308 भारतीय दंड विधि के अंतर्गत संपादित की जा रही है, प्रभारी निरीक्षक थाना कोंच अभियुक्तों को बिना किसी कानूनी कार्रवाई के गिरफ्तार किये बगैर मुचलके पर रिहा करने के प्रयास में हैं। पुलिस द्वारा अभियुक्तों को लाभ पहुंचाने की मंशा से सदोष मानव वध का प्रयास व दिनदहाड़े डकैती की घटनाओं को 7 वर्ष से कम कारावास से दंडित होने वाले अपराध में बदल दिया है, पुलिस द्वारा घटना में अभियुक्तों के द्वारा लूटे गए माल की बरामदगी का प्रयास भी नहीं किया जा रहा है, साथ ही अभियुक्तों को बचाने में पुलिस पूरी तरीके से लगी हुई है, जिस कारण उनके हौसले बुलंद हैं और अभियुक्त पीड़ित और उसके परिजनों की हत्या करने का षड्यंत्र रच रहे हैं, इसीलिए इस मामले की निष्पक्ष विवेचना करवाकर अभियुक्तों के विरुद्ध घटना में लूटे गए माल को बरामद करने तथा कानूनी कार्रवाई करने के लिए सही तरीके से जांच कराई जाए, जिससे आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके।
सुनाया में 6 माह से आयुष्मान हेल्थ केयर सेंटर बंद रहने का लगया ग्रामीणो ने आरोप
उरई(जालौन)।सरकार द्वारा आयुष्मान भारत हेल्थ एवं बेलनेस सेंटर के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है जिससे ग्रामीणों को इलाज के लिए भटकना न पड़े लेकिन उप स्वास्थ्य केंद्र सुनाया सरकार जे मनशूबों पर पानी फेरता नजर आ रहा है जो लगभग 6 माह से बंद पड़ा है और ग्रामीणों को इलाज कराने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोंच जाना पड़ता है उक्त के सम्बंध में ग्रामीणों ने आयुष्मान हेल्थ केयर अधिकारी पिंडारी से बात की तो उन्होंने बताया कि एएनएम उपलब्ध न होने के कारण उपलब्ध एएनएम की ड्यूटी शेड्यूल के हिसाब से लगाई जाती है जिसमें एएनएम पूजा प्रजापति हेल्थ केयर सेंटर पर पहुंचकर ग्रामीमों का इलाज करती हैं वहीं ग्रामीणों का कहना है कि उप स्वास्थ्य केंद्र सुनाया लगभग 6 माह से बंद पड़ा है और यहां पर कोई भी ए एन एम नहीं आती है।
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