पाहवा ने सत्र न्यायाधीश के साथ-साथ अन्य ट्रायल कोर्ट के न्यायाधीशों के पारित विभिन्न आदेशों को भी प्रस्तुत किया, जिनमें कहा गया था कि मामले के दस्तावेजों को पार्टियों के अलावा किसी और के साथ साझा नहीं किया जाना चाहिए. कांग्रेस नेता के वकील ने कहा कि मामले में उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं है.
सुनंद पुष्कर मौत मामला क्या है
बता दें कि पुष्कर 17 जनवरी 2014 की रात दिल्ली के एक लग्जरी होटल के सुइट में मृत पायी गई थीं. थरूर के आधिकारिक बंगले में मरम्मत का काम चलने के कारण दंपति होटल में ठहरा हुआ था. थरूर पर क्रूरता और आत्महत्या के लिए उकसाने से संबंधित प्रावधानों के तहत आरोप लगाए गए थे, लेकिन उन्हें इस मामले में गिरफ्तार नहीं किया गया था. वहीं अगस्त 2021 में उन्हें आरोप मुक्त कर दिया गया था. फैसले के बाद थरूर ने अदालत से कहा था कि यह “साढ़े सात साल की घोर यातना” थी.