गोरखपुर। पीएआर (पब्लिक अप्रूवल रेटिंग) सिस्टम में तीन बार फेल होने पर थानेदारी छिन जाएगी। एडीजी ने जोन के सभी पुलिस कप्तान को पत्र लिख निर्देश दिए हैं। सभी जिलों के लिए कट आफ निर्धारित कर दिया गया है थानेदारों को इससे कम अंक हासिल नहीं करना है। गोरखपुर में थानेदारों को अपनी कुर्सी बचाने के लिए पब्लिक पोल में कम से कम 50 प्रतिशत अंक हासिल करना होगा।
एडीजी ने शुरू कराया है पब्लिक अप्रूवल रेटिंग सिस्टम
आमजन के साथ पुलिस का व्यवहार कैसा है यह जानने के लिए एडीजी जोन अखिल कुमार ने पब्लिक अप्रूवल रेटिंग सिस्टम शुरू कराया है। वर्तमान में यह व्यवस्था जिला व थाना स्तर पर लागू है। जिले का मूल्यांकन एडीजी व थाने का कप्तान कराते हैं।
चार माह से चल रही पब्लिक अप्रूवल रेटिंग सिस्टम
चार माह से चल रही पब्लिक अप्रूवल रेटिंग सिस्टम की समीक्षा में सामने आया है कि कई थानों की स्थिति में कोई सुधार नहीं हो रहा है। थाना प्रभारी रैकिंग सुधारने का प्रयास नहीं कर रहे हैं। एडीजी ने सभी कप्तान को पत्र लिख निर्देश दिए हैं कि ऐसे इंस्पेक्टर व दारोगा को चिन्हित कर थाना प्रभारी की जिम्मेदारी से मुक्त करें।
एडीजी ने दिए यह निर्देश
रैकिंग में टाप-5 रहने वाले थानेदारों को प्रशस्ति पत्र दें।
अंतिम पांच में रहने वाले थाना के प्रभारी को स्थिति सुधारने का निर्देश दें।
लगातार दो बार अंतिम पांच में रहने वाले प्रभारी को चेतावनी दी जाए।
तीसरे माह भी स्थिति में सुधार नहीं होता है तो थानेदार को हटा दें।
लाने होगें कम से कम इतने प्रतिशत अंक
जिला प्रतिशत अंक
गोरखपुर 50
देवरिया 72
कुशीनगर 74
महराजगंज 66
बस्ती 57
संतकबीरनगर 80
सिद्धार्थनगर 61पब्लिम अप्रूवल रेटिंग सिस्टम में लगातार तीन माह अंतिम पांच में रहने वाले थानेदार पर कार्रवाई होगी।जाेन के सभी जिलों के कप्तान को इस संबंध में निर्देश दिए गए हैं। निर्धारत अंक हासिल करने वाले कार्रवाई की जद से बाहर होंगे। – अखिल कुमार, एडीजी जोन।
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