अनिल शर्मा+ संजय श्रीवास्तव
गुजरात और हिमांचल में हवा हवाई साबित हुए केजरीवाल के दावे
सरकार बनाने के दावे या आईबी की फर्जी रिपोर्ट बताने से बचे केजरीवाल
गांधी नगर/शिमला: गुजरात प्रदेश में लगातार सत्ता में रहने वाली बीजेपी ने एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गहरा विश्वास जताते हुए भाजपा को प्रचंड बहुत से जिता दिया है। गुजरात में भाजपा को कुल 182विधानसभा सीटों में 156सीटें हासिल कर बीेजेपी ने अपने ही पिछले रिकार्ड को तोड़ डाला है। यहां कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक व दिल्ली प्रदेश के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को मात्र पांच सीटें दी है। अन्य दल को मात्र चार सीटें दी है। मोदी का जादू गुजरातियोंं पर इस कदर चला कि कुल उन्हें 53 प्रतिशत से अधिक मत मिले। वहीं, 1932 से 1990 तक कांग्रेस को 50या उससे अधिक मत मिलते रहे। वर्ष 1992 से स्थिति बदली और भाजपा फिर नरेंद्र मोदी तीन बार मुख्यमंत्री बने। जब भाजपा को 50प्रतिशत या उससे अधिक मत मिले। भाजपा की सीटें बढ़ी। भाजपा को वर्ष 1995 में 48 प्रतिशत से अधिक मत मिले। बीजेपी ने वर्ष 2002 में 127सीटें मिली। वर्ष 2007 में 122, वर्ष 2017 में 99 सीटें जीती। वर्ष 2022के इस चुनाव में 182 में से 156 सीटें और 52 प्रतिशत से वोट प्राप्त किए। रिकार्ड जीत दर्ज की। एक बात और है कि गुजराती लोगों में आज जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता हैं, जब तक विपक्षी दल को कोई लोकप्रिय गुजराती समाज का नेता नहीं मिल जाता। विरोधी दल कभी भी गुजरात के मोदी की लोकप्रियता को मात नहीं दे सकता है।
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केजरीवाल को टोटकों से बचना चाहिए, छवि बिगड़ती है
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने जिस तरह की गुजरात के विधानसभा चुनाव में यह लिखकर देने की बात कही कि उनके आईबी(इंटेलीजेंस ब्यूरो) की गोपनीय रिपोर्ट है। इस रिपोर्ट में कहा गया कि गुजरात विधानसभा चुनाव में आम पार्टी सरकार बनाने जा रही है। यह इस तरह का सफेद झूठ है, जो आईबी की फर्जी रिपोर्ट को आधार बनाकर बोला गया है। इससे केजरीवाल की छवि बिगड़ सकती है। कानूनी तौर पर भी दिक्कत आ सकती है। क्योंकि हकीकत में उनकी आप पार्टी सत्ता में नहीं, बल्कि कुल 182 सीटों में सिर्फ पांच सीटें ही प्राप्त की है। वहीं, दूसरी तरफ हिमांचल प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में 44 प्रतिशत वोट हासिल करने वाली कांग्रेस को 40 सीटों पर जीत मिली। यानि 43 प्रतिशत वोट पाने वाले भाजपा को मात्र 25सीेंटें मिली। यानि हिमांचल में कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर रही, लेकिन सत्ता कांग्रेस को मिली। दूसरी बात यहां हिमांचल प्रदेश की लोकतांत्रिक जनता पिछले लंबे अरसे से एक बार कांग्रेस एक बार भाजपा को जिताती आ रही है। इस हिसाब से इस बार बारी कांग्रेस की थी और उसकी सरकार बनी। जबकि बडे़ बडे़ दावे करने वाली आप पार्टी को हिमांचल प्रदेश की जनता ने उसकी औकात बता दी है। उसे एक भी सीट नहीं मिली है। आप पार्टी के नेताओं के हवा हवाई दावों से बचना चाहिए।
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गुजरात में बीजेपी ने नया रिकार्ड बनाया
गुजरात में विधानसभा चुनाव में बीजेपी इस बार पिछले सारे रिकार्डों को ध्वस्त करते हुए 182सीटों में से 156 सीटें जीती। जो रिकार्ड बनाया है, वह कांग्रेस पार्टी ने मुख्यमंत्री बने राघव सिंह सोलंकी के नेतृत्व में वर्ष 1985के विधानसभा चुनाव में 182में से 149सीटें जीती थी। उस समय प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के चलते चल रही सहानुभूति लहर भी प्रमुख कारण थी।