पंजाब के तरनतारन के सरहाली पुलिस स्टेशन को शुक्रवार की देर रात एक बजे रॉकेट लॉन्चर से हमला किया गया। हमले के बाद डीजीपी गौरव यादव ने सरहाली पहुंचकर हालात का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि थाने पर दागा रॉकेट मिलिट्री हथियार था। जिसे बॉर्डर पार से लाया गया था।
उन्होंने कहा कि इस मामले में UAP के तहत केस दर्ज किया गया है। कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। वहीं इस बीच उनसे खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू के जिम्मेवारी लेने पर सवाल किया गया तो उन्होंने कुछ भी नहीं कहा।
खालिस्तान समर्थक आतंकियों का कनेक्शन
इस अटैक के पीछे खालिस्तान समर्थक आतंकियों का कनेक्शन सामने आया है। इसकी जिम्मेदारी खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने ली है। जहां यह हमला हुआ है वहां गैंगस्टर हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा का पैतृक घर है। हालांकि पिछले दिनों रिंदा की पाकिस्तान में मौत की सूचना सामने आई थी। बताया जा रहा कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई रिंदा के टेरर को कायम रखना चाहती है। इसी वजह से माना जा रहा कि ISI की शह पर ये अटैक किया गया है।
हालांकि, इसमें किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है। सिर्फ चौकी या पुलिस बूथ के शीशे टूटे हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने एक तरफ इसे आतंकी हमला कहा, वहीं दूसरी तरफ आतंकी गुरपतवंत पन्नू ने इसकी जिम्मेदारी ली है।
ग्रेनेड फटा नहीं, बूथ किया सील
पुलिस ने बताया कि इस हमले में रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (RPG) का इस्तेमाल किया गया। आतंकियों के मंसूबों पर तब पानी फिरा जब उनके द्वारा फेंका गया ग्रेनेड फटा ही नहीं। बूथ को सील कर दिया गया है। SSP गुरमीत सिंह चौहान ने कहा कि जांच चल रही है।
पुलिस ने कहा- हमले का मकसद खौफ पैदा करना था
यह हमला तरनतारन बठिंडा नेशनल हाईवे पर रात एक बजे हुआ। पुलिस ने बताया कि रात धमाके की आवाज सुनकर जब तक जवान सरहाली थाने से बाहर निकले, हमलावर फरार हो चुके थे। थाने में रात के वक्त मुंशी, ड्यूटी अफसर और दो कॉन्स्टेबलों के अलावा कोई नहीं था। पुलिस बूथ (सांझ केंद्र) भी बंद पड़ा था। जिसके चलते कोई नुकसान नहीं हुआ। फॉरेंसिक टीमें जांच के लिए पहुंच गई हैं।
पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों अभी इस बारे में अधिक जानकारी नहीं दे रही। इनका मानना है कि यह एक आतंकी हमला ही है। हमलावर कोई नुकसान नहीं करना चाहते थे, बल्कि इसके जरिए खौफ पैदा करने के साथ माहौल खराब करना चाहते थे।
आतंकी गुरपतवंत पन्नू ने ली जिम्मेदारी, कहा- जालंधर में हुई कार्रवाई का बदला लिया
सिख फॉर जस्टिस के आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक वॉयस नोट भेज इस हमले की जिम्मेदारी ली है। पन्नू का कहना है कि जालंधर के लतीफपुरा में 1947 में पाकिस्तान से आकर बसें परिवारों को पंजाब सरकार ने बेघर किया है। यह उसी का बदला है। पन्नू विदेश में कहीं रहता है।
सीएम को पन्नू की धमकी
पन्नू ने मुख्यमंत्री भगवंत मान को धमकी दी है। पन्नू का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की राह पर चलने वालों को उन्हीं के पास भिजवा दिया जाएगा। अगर हिम्मत है तो आज तरनतारन का पुल लांघ कर दिखाओ, रिफ्रैंडम के समर्थक इंतजार कर रहे हैं। पन्नू ने बताया कि पंजाब में घर-घर में रॉकेट लॉन्चर और बम पहुंच चुके हैं। यही पंजाब को भारत की हकूमत से आजादी दिलाएंगे।
6 मई को मोहाली में हुआ था हमला
7 महीनों के बाद एक बार फिर आतंकियों ने पंजाब पुलिस को निशाना बनाया है। इससे पहले 6 मई को मोहाली में इंटेलिजेंस विभाग पर RPG से हमला किया गया था। तब भी कार्यालय बंद था और कोई नुकसान नहीं हुआ था।
पंजाब के DGP गौरव यादव ने 9 दिसंबर को दिन में पुलिस विभाग के उच्च पदस्थ अधिकारियों से लॉ एंड ऑर्डर पर रिव्यू मीटिंग की, लेकिन आतंकियों ने रात में ही तरनतारन के सरहाली पुलिस स्टेशन के साथ बने सांझ केंद्र RPG अटैक कर उन्हें चुनौती दे डाली।
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