अयोध्या: राम जन्म भूमि मंदिर को जोड़ने वाले रामपथ चौड़ीकरण कार्ययोजना में अब प्रशासन ने व्यापारियों और भवन मालिकों को 15 दिसबंर तक दुकान, मकान स्वयं तोड़ लेने का अल्टीमेटम दिया है। इसके चलते हनुमानगढ़ी चौराहा से नयाघाट तक अयोध्या के व्यापारी अपनी अपनी दुकानों को बीच सड़क से 10 मीटर तक तोड़ने के बाद बची दुकानों को बनवाने में लग गए हैं। इतना कम समय मिलने से मजदूरों की किल्लत सामने आ रही है। व्यापारी नेता नंद कुमार गुप्ता नंदू का आरोप है कि प्रशासन ने अधिकतर व्यापारियों को अभी तक मुवाअजा नहीं दिया है। व्यापारियों के सामने आर्थिक संकट भी है।
दूसरी तरफ विम शटर लगावाने में मकान मालिक भी तमाम अडचनें डाल रहे हैं। रविवार को दोपहर 1 बजे पोस्ट आफिस के सामने एक मकान मालिक ने पुलिस के साथ आकर काम को रूकवा दिया । इसमें करीब दो दर्जन लोग है। व्यापारी नेता नन्द कुमार गुप्ता नंदू ने कहा एक तरफ प्रशासन ने मकानों को तोड़ने के लिए इतना कम समय दिया, दूसरी तरफ पुर्ननिर्माण में तमाम तरह की अड़चन आ रही है ।
काम तेजी लाने के लिए प्रशासन ने बदली रणनीति
राम पथ पर निर्माण को तेज करने लिए प्रशासन ने अपनी रणनीति में परिवर्तन किया है। अब करीब 14 किमी लंबे इस मार्ग के चौड़ीकरण में पूरा मार्ग खाली करवाने तक का इंतजार न करके जहां भी 5 किमी तक पूरी तरह से ध्वस्तीकरण कर खाली करा लिया गया है। वहां सड़क का निर्माण शुरू हो जाएगा। इससे उन व्यापारियों पर भी मानसिक दबाव पड़ेगा, जिन्होंने अभी तक अपने दुकानों को गिरा कर मलबा नहीं हटवाया है। कमिश्नर गौरव दयाल के मुताबिक निर्माण इकाई को खाली हुए 5 किमी क्षेत्र में राम पथ का निर्माण शुरू करने के निर्देश दिए गए है।