उरई(जालौन):जिलाधिकारी चाँदनी सिंह ने निर्माणाधीन वृहद गौशाला विकासखण्ड डकोर के ग्राम पिया निरंजनपुर का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होने कार्यदायी संस्था को निर्देशित करते हुये कहा कि 15 दिवस के अन्दर बाउण्ड्रीवाल, लाईट, पानी की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाये। उन्होने कहा कि गुणवत्ता में किसी भी प्रकार का समझौता नही किया जायेगा। उन्होने कहा कि निर्माण कार्य में किसी भी प्रकार की अनियमितता पाये जाने पर ब्लैक लिस्ट किये जाने की चेतावनी दी। खण्ड विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि प्राथमिकता पर विद्युत कनेक्शन, पानी की व्यवस्था के साथ-साथ गौशाला में गौवंश के देखरेख हेतु केयर टैकर नियुक्त किये जाये। उन्होने ग्राम प्रधान को निर्देशित किया कि निर्माणाधीन वृहद गौशाला को एक माॅडल गौशाला के रूप में विकसित की जाये। खण्ड विकास अधिकारी को निर्देशित करते हुये कहा कि गौशाला के बाहर एक तालाब का निर्माण कराया जाये ताकि गौवंश के लिये पानी की व्यवस्था बनी रहे। साथ ही चारागाह की जमीनों पर नेपियर घास उगाये। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी डॉ अभय कुमार श्रीवास्तव, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी हरेंद्र सिंह, खंड विकास अधिकारी आदि मौजूद रहे।
किसान एफपीओ से जुड़कर अधिक से अधिक लाभ उठाएं डीएम उरई(जालौन):जिलाधिकारी चाँदनी सिंह की अध्यक्षता में ग्राम पिया निरंजनपुर में कृषि उत्पादन संगठन एफपीओ के कृषकों के साथ गोष्ठी की गई। उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि एफपीओ का गठन किया गया है किसान अधिक से अधिक संगठन से जुड़ कर लाभ उठाएं। उन्होंने कहा कि किसान अब सीधे एफपीओ के माध्यम से अपनी फसल विक्रय कर सकेंगे शासन की मंशा है कि किसानों की आय दोगुनी हो इसके लिए बिचौलियों से बचें ताकि अधिक से अधिक किसानों को मुनाफा हो सके। उन्होंने कहा कि एफपीओ के माध्यम से बड़ी-बड़ी कंपनियां मटर की खरीद किसानों से करेगी जिससे किसानों को बिचौलियों से भी बचाया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि बड़ी-बड़ी कंपनियों से एग्रीमेंट किया गया है आपके भुगतान में भी किसी प्रकार की समस्या नहीं आएगी इसके लिए मैं सभी को आश्वासन देती हूं। उन्होंने कहा कि किसानों का उत्पीड़न अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कृषि उत्पादक संगठन का मूल उद्देश्य किसानों की आय बढ़ा कर समृद्ध बनाना व उनको तकनीकि व मार्केट आदि की जानकारी शुलभ ढंग से उपलब्ध कराना भी है। उन्होंने कहा कि जनपद के किसान मटर की फसल अधिक करते हैं इसको देखते हुए किसानों को उनकी फसल को उचित मूल्य मिल सके इसके लिए यह एक पहल की गई। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष किसानों की मटर के भुगतान को लेकर धोखाधड़ी की और पैसा डूब गया। इस बार ऐसा नहीं होगा इसके लिए एफपीओ ने कार्य योजना तैयार की है उसमें कंपनियों के साथ कई शर्ते रखी गई जिसमें किसानों को 24 घंटे के अंदर में भुगतान किया जाएगा इसकी गारंटी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष किसानों को अपनी मटर की फसल को बैचने के लिए घटतोली एक कुंटल मटर पर अधिक कटौती की गई थी इसी समस्याओं को हल करने के लिए यहां पर एफपीओ सर्जित किए गए। इसका उद्देश्य है कि एफपीओ से जुड़े किसान अपनी मटर की फसल विक्रय कर सकेंगे किसान को किसी प्रकार की घटतौली व अनाधिकृत कटौती से बचा जा सकेगा। उन्होंने कहा कि एफपीओ के माध्यम से फसल विक्रय की जाती है तो किसानों को 2 हेक्टेयर जमीन पर 15 हजार का मुनाफा होगा। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी डॉ अभय कुमार श्रीवास्तव, डीडी नाबार्ड, उप कृषि निदेशक एसके उत्तम, जिला कृषि अधिकारी गौरव यादव, आईटीसी से प्रत्यय कुमार, भू क्रांति फार्मर प्रोड्यूसर के एमडी सतीश चंद्र आदि अधिकारी सहित किसान मौजूद रहे।
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