लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्रों के हंगामे के बाद प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं. शनिवार को चीफ प्रॉक्टर की ओर से आदेश जारी किया गया हैं. विश्वविद्यालय के सभी हॉस्टल के छात्र-छात्राओं को रात 10 बजे के बाद बाहर आने-जाने पर रोक लगा दी गई है. अगर कोई छात्र-छात्रा इस नियम का उल्लंघन करता है तो उस पर नियमानुसार कठोर कार्यवाही की जाएगी. बता दें कि Lucknow University में शुक्रवार और शनिवार की रात खूब हंगामा हुआ. पुलिस और सुभाष हॉस्टल के छात्रों के बीच झड़प हुई.
Lucknow University के कैंपस के सुभाष हॉस्टल के कई छात्र शुक्रवार को देर रात चाय पीने के लिए हॉस्टल से निकल जाते हैं. इस दौरान उन्हें रोका तक नहीं जाता. देर रात पुलिस की पिटाई के बाद कई घंटे तक छात्रों का विरोध प्रदर्शन हुआ, जिसके बाद अब फिर हॉस्टल के छात्र-छात्राओं पर विश्वविद्यालय प्रशासन को सख्ती करने की याद आ गई.
लखनऊ यूनिवर्सिटी कैंपस में शांतिपूर्ण माहौल बनाने के लिए किसी भी प्रकार के धरना प्रदर्शन पर भी रोक लगा दिया गया है. चीफ प्राक्टर की ओर से जारी नोटिस के मुताबिक पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ की ओर से धारा 144 प्रभावी है. इसलिए विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर में भी शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह आदेश जारी किया गया है.
दरअसल, शुक्रवार रात तकरीबन 1:30 बजे सुभाष छात्रावास से 15 से अधिक छात्र चाय पीने निकले हुए थे. इसके बाद छात्रों और पुलिस के बीच नोकझोंक हुई. छात्रों का आरोप है कि पुलिसवालों ने उन्हें बेवजह पीटा. इसके बाद छात्र हास्टल वापस आ गए और सुभाष छात्रावास के साथ ही अन्य हॉस्टलों से लगभग 70-80 छात्र हसनगंज थाने पंहुचे और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे.
25 दिसंबर से यूनिवर्सिटी में छुट्टी
लखनऊ विश्वविद्यालय में 25 दिसंबर से 1 जनवरी 2023 तक विंटर वेकेशन घोषित कर दिया है. कुलसचिव संजय मेधावी ने बताया कि कुलपति प्रो आलोक कुमार राय के आदेश पर विश्वविद्यालय एवं सहयुक्त कॉलेजों में शीतकालीन अवकाश की स्वीकृति दे दी गई है.
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