समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सोमवार को कानपुर जेल में बंद अपने विधायक इरफान सोलंकी से मिलने पहुंचे. मुलाकात के बाद अखिलेश ने मीडिया से बातचीत में कहा कि इरफान बेकसूर हैं, उन्हें फर्जी फंसाया गया है. उन्होंने पुलिस पर फर्जी मुकदमे दर्ज करने का आरोप भी लगाया. वहीं जब मीडिया ने इरफान की फरारी पर सवाल किया तो अखिलेश ने बचाव करते हुए कहा यदि वह नहीं भागते तो पुलिस उनका बलवंत सिंह और विकास दुबे जैसा हाल करती.
झूठे मुकदमे में फंसाया
सपा अध्यक्ष ने कहा कि सरकारें ऐसी भी हैं, जो अंग्रेजों को पीछे छोड़ देती हैं. इरफान को झूठे मुकदमे में फंसाया गया, एक पर एक मुकदमे लगाकर समाजवादी पार्टी के विधायकों को जेल भेजा जा रहा है क्योंकि उनका लक्ष्य 2024 है. इरफान ने कोई गलत काम नहीं किया. उन पर इतने मुकदमे लगाए गए कि वह बाहर नहीं आ पाएं, क्योंकि उनका लक्ष्य 2024 का हैं. अधिकारी ये बात न भूलें कि कार्रवाई उन पर नहीं होगी, अगर जरूरत पड़ी तो हम आंदोलन भी करेंगे. पुलिस कुछ भी साक्ष्य बना सकती है.
विकास और रोजगार पर सरकार को घेरा
अखिलेश ने विकास और रोजगार के मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए कहा कि कानपुर में लोको चलाने का वादा था उसका क्या हुआ. कितने लोगों को रोजगार मिला. फर्रुखाबाद में अग्निवीर भर्ती में आए सवा लाख लोगों में 200 को भी नौकरी नहीं मिली है.
भाजपा नेता हुए हाउस अरेस्ट
जेल में बंद सपा विधायक इरफान सोलंकी से मिलने पहुंचे सपा प्रमुख अखिलेश यादव के विरोध पर नवाबगंज में भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष शिवांग मिश्रा के नेतृत्व में सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की.पुलिस ने सभी भाजपा नेताओं को हाउस अरेस्ट कर दिया. बीजेपी कार्यकर्ताओं की अखिलेश यादव का काफिला रोकने की योजना थी.
आगजनी के मामले में बंद हैं सपा विधायक
सपा विधायक इरफान सोलंकी करीब 15 दिनों से कानपुर जेल में बंद है. उन पर एक महिला के घर में प्लाट कब्जे की नियत से आगजनी करने और फर्जी आधार कार्ड बनवाकर यात्रा करने का आरोप हैं.
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