यंग भारत ब्यूरो
यूपी में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से 50 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश आएगा। अबुधाबी और दुबई में हुए रोड शो और अलग-अलग समूहों के साथ हुई बैठकों के बाद ये नतीजे सामने आए हैं। इनमें वहां के 200 से ज्यादा शीर्ष उद्योगपतियों या उनकी कंपनियों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
फरवरी में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की तैयारियों के तहत एमएसएमई मंत्री राकेश सचान की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल तीन दिन तक यूएई में रहकर लौटा है। इस दौरान हुए रोड शो में 150 शीर्ष उद्यमियों से मुलाकात हुई। अधिक संभावना वाले 50 निवेशक समूहों से अलग-अलग मुलाकात भी की गई। इन सभी को यूपी के इन्फ्रास्ट्रक्चर, कानून-व्यवस्था और औद्योगिक शांति के बारे में जानकारी दी गई।
कुल कितने एमओयू हुए? इस पर एमएसएमई मंत्री कहते हैं कि इसकी सटीक संख्या के बारे में फिलहाल कुछ नहीं कह सकते। अबुधाबी में चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इडस्ट्री के साथ निवेश के लिए समझौता हुआ। इस संगठन में 130 सदस्य हैं। इनमें से अधिकतर ने यूपी में निवेश के लिए अपनी सहमति दी है। ऊर्जा, रियल एस्टेट, खाद्य प्रसंस्करण, इलेक्ट्रिकल व्हीकल, लॉजिस्टिक्स, हॉस्पिटेलिटी, लॉजिस्टिक, पर्यटन और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सक्रिय 200 से ज्यादा बिजनेस समूहों के शीर्ष प्रतिनिधियों से मुलाकात हुई। इनमें यूएई सरकार की स्वामित्व वाली कंपनियों के प्रतिनिधि भी थे।
अबुधाबी ग्लोबल मार्केट, लुलु ग्रुप, ट्रांसनेशनल कंप्यूटर एलएलसी ग्रुप, एलाना और बुर्जील हॉस्पिटल के प्रतिनिधियों ने यूपी में निवेश के संबंध में जानकारी ली। सचान ने बताया कि इन उद्यमियों के दिमाग में यूपी की छह साल पहले वाली छवि थी, जब कानून-व्यवस्था कटघरे में थी। रोड और एयर कनेक्टिविटी न सिर्फ खराब थी, बल्कि दूर-दूर तक इसके सुधरने की कोई उम्मीद भी न दिखती थी। आज के यूपी की तस्वीर हमने उनके सामने रखी तो उन्होंने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में शामिल होने के लिए अपनी सहमति दी।
अबुधाबी ग्लोबल मार्केट के चेयरमैन अहमद जसीम अल जाबी ने निवेश की संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा की। साथ ही कहा कि वे इन्वेस्टर्स समिट में शामिल होने आएंगे। अबुधाबी चैम्बर के डीजी मो. एच-अल मुहारी ने कहा कि यूपी तेजी से आगे बढ़ता हुआ प्रदेश है। यूएई के विदेश व्यापार मंत्री थनी बिन अहमद अल ज्योदी से मुलाकात कर निवेश योजनाओं पर चर्चा की, क्योंकि वहां सरकार की स्वामित्व वाली भी तमाम कंपनियां हैं। प्रमुख सचिव, पीडब्ल्यूडी नरेंद्र भूषण ने भी वहां मिले रिस्पॉन्स को काफी उत्साहवर्धक बताया।