फतेहपुर जिले के अमौली में घर के बाहर खेलते समय लापता हुए सगे भाई सोमवार सुबह कुएं में पड़े मिले। परिजनों ने कुएं में फेंकने का आरोप लगाया है। भीषण ठंड में रात भर कुएं में पड़े रहने से बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। बच्चों को पहले सीएचसी से हमीरपुर जिला अस्पताल फिर यहां से हैलट कानपुर रेफर किया गया है। दोनों के सिर और हाथ-पैर में चोटें भी आई हैं।
पुलिस मामले की जांच में जुटी है। चांदपुर थाना क्षेत्र के रूरा गांव निवासी राकेश निषाद के पुत्र सूरज (7) और कुलदीप (4) घर के बाहर रविवार शाम खेल रहे थे। करीब छह बजे अचानक लापता हो गए। पिता राकेश शाम करीब साढ़े बजे घर पहुंचा। बच्चों के बारे में पत्नी सुमन से पूछताछ की। बच्चों के लापता होने की जानकारी पर खोजबीन चालू की।
पिता ने बताया कि पड़ोसी दुकानदार श्यामलाल निषाद और शिवप्रताप से जानकारी की। लोगों ने बताया कि शाम करीब छह बजे तक बच्चों को मोहल्ले में घूमते देखा था। राकेश अन्य परिजनों के साथ बच्चों की खोजबीन में जुटे। प्रधान गोविंद के साथ कार से अमौली मेला, बरीपाल, जहानाबाद तक खोजबीन की गई। पूरी रात सुराग नहीं लगा।
सोमवार सुबह खेत में पानी लगाने गई गांव की सरिता अलाव के लिए लकड़ी लेने कुएं के पास पहुंची। कुएं से बच्चों के रोने की आवाज सुन कर उसने ग्रामीणों को खबर दी। करीब 50 फीट गहरे सूखे कुएं में बच्चों का चचेरा भाई लखन उतरा। साथ ही पुलिस को भी सूचना दी गई। ग्रामीणों की मदद से टोकरी बांधकर बच्चों को बाहर निकाला गया।
दोनों को गंभीर रूप से घायल देखकर सीएचसी पहुंचाया। सूरज के पैर और कुलदीप के हाथ में फैक्चर होना पाया। सिर में भी चोट लगी देखकर डॉक्टर ने हमीरपुर जिला अस्पताल रेफर किया। यहां से हैलट रेफर किया। पिता ने बताया कि बच्चे दहशत में है। वह कुछ बोल नहीं पा रहे हैं। कुआं घर से करीब 100 मीटर दूर है। इतनी दूर बच्चे जा नहीं जा सकते हैं।
आशंका जताई कि कोई दोनों बच्चों को बहला फुसला कर ले गया और कुएं में धक्का देकर फेंक दिया। थानाध्यक्ष किशन सिंह ने बताया कि वह मौके पर पहुंचे थे। बच्चों से बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन वह डरे हुए हैं। तहरीर मिलने पर जांच की जाएगी।