मथुरा की ईदगाह कमेटी के अध्यक्ष डॉक्टर जहीर हसन द्वारा श्रीकृष्ण जन्मभूमि ईदगाह प्रकरण पर दिए बयान के बाद श्रीकृष्ण जन्मस्थान की 13.37 एकड़ जमीन पर दावा करने वाले पक्षकारों ने बुधवार को इस पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दिनेश शर्मा ने कहा कि वास्तव में ईदगाह कमेटी के अध्यक्ष इस मामले में गंभीर हैं तो हम भी पूरी गंभीरता से ईदगाह के लिए मेवात में 10 एकड़ जमीन देने को तैयार हैं।
हिंदू महासभा ने रखी यह शर्त
दिनेश शर्मा ने कहा कि डॉ. हसन ने कहा है कि मथुरा कृष्ण जन्मभूमि और ईदगाह के मध्य में विवाद न्यायालय के बाहर भी सुलझाया जा सकता है। हिंदू महासभा भी तैयार है लेकिन यहां से ईदगाह को हटाकर 10 एकड़ जमीन मेवात में देने को तैयार है। यह जमीन हिंदू महासभा अपने रुपयों से खरीद कर देगी। ब्रजभूमि भगवान कृष्ण की बनाई गई गोलोक भूमि है। यहां भगवान कृष्ण ब्रज वासियों के साथ खेले हैं, इसलिए ब्रजभूमि में ईदगाह नहीं बनाने देंगे।
ईदगाह के सर्वे का हो चुका है आदेश
श्रीकृष्ण जन्मभूमि मामले की अदालत में पक्षकार सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता रंजना अग्निहोत्री ने बताया कि यदि मुस्लिम पक्ष समझौते की कोई बात करता है तो सिर्फ एक ही रास्ता है कि वह ईदगाह को वहां से हटा लें। अन्यथा न्यायालय के आदेश के बाद इसे हटाना पडे़गा। पक्षकार विष्णु गुप्ता के अधिवक्ता शैलेष दुबे ने बताया कि अदालत द्वारा ईदगाह का सर्वे कर अमीन रिपोर्ट का आदेश हो ही चुका है। इसकी प्रक्रिया आगे बढ़ते ही सच्चाई सामने आ जाएगी। यदि ईदगाह के अध्यक्ष ने बीच का रास्ता निकालने की बात कही है तो वे ईदगाह को यहां से हटा लें। यही सही बीच का रास्ता होगा।
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