कानपुर में विवेचना करने पहुंचे दारोगा और सिपाही पर वादी पक्ष ने हमला बोल दिया। महिला ने दारोगा को कमरे में बंधक बना लिया था और उसका मोबाइल लूट लिया। बंद कमरे में महिला और दारोगा के बीच जमकर मारपीट हुई। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। एडीसीपी साउथ ने जांच के बाद दारोगा को क्लीनचिट देदी है। पुलिस की जांच में सामने आया कि महिला ने दारोगा को सुनियोजित तरीके से फंसाने के लिए कमरे में बंद किया था। पुसिस आठ नामजद और छह अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है।
ककवन थाना क्षेत्र स्थित हरीपुरवा गांव में रहने वाले ग्रामीण ने बीते 3 दिसंबर को रिपोर्ट दर्ज कराई थी। ग्रामीण ने पुलिस को बताया था कि उनकी नाबालिग बेटी को एक युवक बहला-फुसला कर ले गया है। इस मामले की विवेचना दारोगा गर्वित त्यागी कर रहे थे।
‘मोबाइल छीन कर महिला ने किया कमरे में बंद’
रविवार शाम दारोगा सिपाही माधव के साथ साक्ष्य संकलन के लिए वादी के घर पहुंचे थे। इसी दौरान परिवार के सदस्यों ने दारोगा और सिपाही पर हमला बोल दिया। सिपाही ने किसी तरह से भाग कर जान बचाई। वहीं दारोगा का मोबाइल छीन कर महिला ने कमरे में बंद कर लिया। सिपाही ने पीआरवी को बुलाकर दारोगा को परिवार के चुंगल से छुड़ाया था।
युवती ने कोर्ट में की थी शादी
एडीसीपी साउथ अंकिता शर्मा ने बताया कि हरीपुरवा गांव निवासी युवती सोनी ने शाहजहांपुर के विवेक अवस्थी से कोर्ट मैरिज कर ली थी। युवती के परिजनों ने बीते 03 दिसंबर को ककवन थाने में नाबालिग बेटी को बहला फुसलाकर ले जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पांच दिन पर जब युवती को बरामद किया, तो पता चला कि युवती बालिग है, पति के साथ रहने की इच्छा जताई थी।
विवेचना में सामने आया कि युवक-युवती बालिग हैं। कोर्ट में दोनों ने शादी कर ली है। केस की फाइनल कार्रवाई के लिए वादी से कागजी प्रक्रिया करने के लिए गांव गए थे। पुलिस ने सोनी की बहन रेनू, समेत आठ नामजन और 6 अज्ञात पर बंधक बनाकर मारपीट, दारोगा का मोबाइल लूटना, साजिश रचना, सरकारी कार्य में बाधा डालने की धाराओं में केस दर्ज किया गया है। जिसमें तीन की गिरफ्तारी हो चुकी है।
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