नगरीय क्षेत्र में वार्ड वार घर घर जाकर बनाए जा रहे हैं आयुष्मान कार्ड
उरई(जालौन)।आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत जनपद में लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड घर-घर जाकर नवीनतम पीएमजे एवाई मोबाइल एप्लीकेशन बीआईएस 2.0 (बायोमैट्रिक आईडें टिफिकेशन सिस्टम) के माध्यम से फेस ऑथेंटिकेशन मोबाइल ओटीपी अथवा बायोमेट्रिक फिंगरप्रिंट के माध्यम से बनाए जा रहे हैं। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में उरई, कालपी और कदौरा नगरीय क्षेत्र का चयन किया गया है, जिसमें वार्ड वार शिविर का आयोजन राशन वितरण केंद्रों पर किया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एनडी शर्मा ने बताया कि पंचायत सहायक एवं आयुष्मान मित्र के साथ आशाओं के सहयोग से आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड घर-घर जाकर बनाने की प्रक्रिया बीते दिसंबर से शुरुआत की जा चुकी है। जनपद में अब तक 2,15,967 लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। आयुष्मान भारत योजना के जिला कार्यक्रम समन्वयक डीपीसी डॉ आशीष कुमार झा ने बताया कि नगरीय क्षेत्र में आयुष्मान भारत शिविर का आयोजन प्रत्येक वार्ड में पंजीकृत राजकीय चिकित्सालयों के आयुष्मान मित्र के द्वारा किया जा रहा है। साथ ही उक्त वार्ड में घर-घर जाकर लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए प्रेरित करने के साथ उनके आयुष्मान कार्ड मोबाइल एप्लीकेशन द्वारा बायोमैट्रिक डिवाइस, मोबाइल ओटीपी, अथवा फेस ऑथेंटिकेशन विधि के माध्यम से बनाए जाने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। इस कार्य में संबंधित वार्ड के सभासदों के साथ-साथ कोटेदारों,आशा एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का भी सहयोग लिया जा रहा है। वृद्धाश्रम शिविर में दी गई आयुष्मान योजना की जानकारी जिला समाज कल्याण विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से राठ रोड स्थित वृद्धाश्रम में आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए शिविर का आयोजन किया गया। आयुष्मान योजना के डीपीसी डॉ आशीष ने बताया कि जिसमें योजना में शामिल लाभार्थियों को सूची के अनुसार चिन्हित किया गया एवं बाद में बायोमेट्रिक डिवाइस की सहायता से उनकी केवाईसी की गई। उन्होंने बताया कि उपचार के लिए पंजीकृत चिकित्सालय के नाम भी बताए गए। वृद्धाश्रम के प्रबंधक रमेश भदोरिया ने भी सहयोग किया।
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