गोरखपुर: गोरखपुर के निजी हॉस्पीटल में काम करने वाले युवक-युवती एक दूसरे को चाहने लगते हैं।उनकी चाहत परवान चढ़ती है और दोनों एक दूसरे के साथ जीवन बीताने की सोचते हैं।कोर्ट मैरिज भी कर लेते हैं।लेकिन युवती के घर वाले इस शादी से नाराज थे।और युवक की तलाश में थे।जब युवक को लगा कि वह असुरक्षित है तो उसने हाईकोर्ट इलाहाबाद में अपनी सुरक्षा के लिए अपील की। इसी बीच दोनों प्रयागराज हाईकोर्ट के सामने एक होटल में बुधवार की रात युवक ने जहरीला इंजेक्शन लगाकर खुदकुशी कर ली। उस वक्त उसकी प्रेमिका सो रही थी। सुबह पता चला तो वह चीखने लगी। दस दिन पहले दोनों गोरखपुर से भागे थे।
देवरिया के खुखुंदू इलाके के गांव परसिया भगवती का रहने वाला आरिफ अंसारी (22) गोरखपुर में एक हास्पिटल में काम करता था। यहीं पर बांसगांव थाना क्षेत्र की रहने वाली बीएससी द्वितीय वर्ष की 20 वर्षीय छात्रा से उसकी दोस्ती हो गई। जल्द ही यह बात फैलनी लगी तो छात्रा के घर वालों ने दोनों के मिलने जुलने पर रोक लगा दी। 29 अगस्त को आरिफ और छात्रा गोरखपुर से भाग निकले। वे प्रयागराज पहुंचे। यहां उन्होंने एक वकील से संपर्क किया। वकील ने इस प्रकरण में खर्च के बारे में बताया।आरिफ के लिए यह रकम बहुत ज्यादा थी। इस बीच उसे यह भी पता चला कि छात्रा के घर वालों ने उसके खिलाफ बांसगांव थाने में उसके और दो महिलाओं के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज करा दिया है। इसके बाद दोनों लखनऊ चले गए। एक दो दिन रहने के बाद आगरा फिर अजमेर चले गए। इस बीच उनके पास रुपये खत्म होने लगे। वे दोबारा लखनऊ पहुंचे और खुदकुशी का निर्णय ले लिया।
हालांकि, छात्रा के समझाने पर दोनों वकील से मिलने के लिए सात सितंबर को दोबारा प्रयागराज आ गए। वकील से बात की गई, लेकिन कोई आश्वासन नहीं मिला। आरिफ बुरी तरह से टूट गया था। शाम को उसने छात्रा से फिर खुदकुशी की बात कही।वह दुकान से जहर और इंजेक्शन ले आया और छात्रा के सोने के बाद उसने जहरीला इंजेक्शन लगाकर खुदकुशी कर ली।
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