जेवर। कस्बा निवासी एक व्यक्ति की हत्या कर शव खाली प्लॉट में फेंकने की वारदात का पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए नाबालिग बेटी को अभिरक्षा में लिया है। जबकि उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है। बेटी ने ही प्रेमी संग मिलकर पिता के शव को घसीटते हुए खाली प्लाॅट मेें फेंकने में साथ दिया। प्रेम में बाधक बनने पर दोनों ने मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने आरोपी प्रेमी की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त लोहे की नुकीली छड़ भी बरामद कर ली है।
कस्बा निवासी एक व्यक्ति की मंगलवार रात हत्या कर दी गई थी। बुधवार सुबह उसका शव घर के पास ही खाली प्लाॅट में पड़ा मिला था। पुलिस जांच में पता चला है कि मृतक की 17 वर्षीय नाबालिग बेटी का कस्बे के मोहल्ला बुदेलखंड निवासी हरवेंद्र से प्रेम संबंध है, लेकिन पिता इसका विरोध करता था। हरवेंद्र ने नाबालिग प्रेमिका संग मिलकर उसके पिता को रास्ते से हटाने की साजिश रची। मंगलवार रात हरवेंद्र ने प्रेमिका के घर पहुंचकर नुकीली रॉड से हमला कर उसके पिता की हत्या कर दी। आरोपी ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि मंगलवार शाम को प्रेमिका का पिता मोबाइल चार्ज करने के लिए पड़ोस में गया था। उनको संदेह था कि उसके पीछे हरवेंद्र घर में दाखिल हो सकता है। इसलिए वह बाहर से ताला लगाकर चाबी अपने साथ ले गया था। हरवेंद्र उसी समय वहां पहुंचा तो ताला लगा दिखा। इस पर हरवेंद्र नुकीली रोड लेकर घात लराकर बैठ गया। जब प्रेमिका का पिता वापस लौटा तो घर से 50 मीटर की दूरी पर ही हरवेंद्र ने उस पर रॉड से ताबड़तोड़ वार किए। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। आरोपी ने मृतक की जेब से चाबी निकालकर दरवाजा खोला और फिर नाबालिग प्रेमिका के सहयोग से उसके पिता के शव को घसीटते हुए लगभग 20 मीटर दूर स्थित खाली प्लाॅट में ले जाकर फेंक दिया।
बेटी ने धुलवाई रॉड, पुलिस के सामने मौजूद रहा प्रेमी
हत्या में प्रयोग की गई खून से सनी रॉड को प्रेमी उठाकर लाया और नाबालिग ने नल चलाकर उसे धुलवाया। इसके बाद दोनों काफी देर तक कमरे में बैठकर पुलिस को गुमराह करने की योजना बनाते रहे। तय योजना के अनुसार आरोपी उस दौरान वहां से चला गया, लेकिन सुबह जब पुलिस जांच करने पहुंची तो आरोपी वहां पहुंच गया। आरोपी पुलिस की जांच पड़ताल पर नजर बनाए रहा। मृतक की बेटी ने अपने छोटे भाई को पूरे घटनाक्रम से अनभिज्ञ रखने के लिए उसे नशीला पदार्थ खाने में मिलाकर सुला दिया था।
तीन परिचित युवकों को फंसाने की थी साजिश
नाबालिग ने हत्या के बाद प्रेमी और खुद को बचाने के लिए योजना बनाई थी। जिसके तहत पुलिस पूछताछ में उसने पूर्व में नाबालिग के पूर्व परिचित व करीबी रहे तीन लड़कों के नाम पुलिस को दिए थे। इनसे भी नाबालिग के प्रेम संबंध बताए गए। पुलिस ने जब तीनों युवकों से पूछताछ की तो पता चला कि उनका छह माह से नाबालिग से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने ही हरवेंद्र और उससे प्रेम संबंध में जानकारी पुलिस को दी। इसके बाद हरवेंद्र को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो पूरी वारदात का खुलासा हो गया।