सपा के 3 ताकतवर नेता इस समय जेल में हैं। नाम हैं- इरफान सोलंकी, रमाकांत यादव और दीपनारायण यादव। इनमें इरफान और रमाकांत विधायक हैं। जबकि दीपनारायण यादव पूर्व विधायक हैं। तीनों को सपा प्रमुख अखिलेश यादव का बेहद करीबी माना जाता है।
जहां बुंदेलखंड में दीपनारायण सपा की रणनीति तय करते थे, वहीं पूर्वांचल में रमाकांत यादव का नाम था। इसी तरह मध्य में इरफान पार्टी की कमान संभाले थे। सपा के ये नेता इन दिनों चर्चा में हैं। पहली- अखिलेश की जेल में इनसे मुलाकात। दूसरी- दीपनारायण यादव की 237 करोड़ की संपत्ति जब्त हुई है। तीसरी- इरफान को कानपुर से महराजगंज जेल में शिफ्ट किया गया।
दीपनारायण को लगी 237 करोड़ संपत्ति जब्त
26 दिसंबर को अखिलेश यादव झांसी जेल में बंद सपा के पूर्व विधायक दीपनारायण यादव से मिलने पहुंचे। जेल से बाहर निकलने पर उन्होंने कहा, “भाजपा सरकार ने न्याय व्यवस्था खत्म कर दी है। सपा कार्यकर्ताओं की पहचान करके झूठे मुकदमे लगाकर जेल भेजा जा रहा है। अधिकारियों पर दबाव बनाकर ही दीपनारायण को जेल भेजा गया है।”
दीपनारायण के 100 फ्लैट और 23 गाड़ियां जब्त
इसके 8 दिन बाद यानी 3 जनवरी को दीपनारायण की आरटीओ ऑफिस के पास बनी आलीशान कोठी, स्पेस मून सिटी कॉलोनी का विला, 100 फ्लैट, लग्जरी गाड़ियों, जेसीबी समेत 23 गाड़ियों को कुर्क कर दिया गया। इसके अलावा 10 बैंक खातों को भी सीज कर दिया गया। दीपनारायण की इसके पहले भी 130 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई थी।
पत्नी बोली-मेरे पति पर लगे सभी केस फर्जी हैं
पुलिस कार्रवाई के बात दीपनारायण की पत्नी मीरा यादव ने कहा, “स्पेस मून सिटी और अन्य प्रॉपर्टी के लिए जेडीए से नक्शा पास है। मेरे पति पर जितने केस लगाए गए हैं एक में भी सच्चाई नहीं है। सीबीआई जांच कराई जाए, तो सब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। मैंने ऐसी सरकार कभी नहीं देखी। ये सरकार अन्याय कर रही है।”
इरफान को महाराजगंज जेल में शिफ्ट किया गया
19 दिसंबर को अखिलेश कानपुर जेल में सीसामऊ के विधायक इरफान सोलंकी से मिले। मुलाकात के बाद अखिलेश ने कहा, “इरफान की बांग्लादेशी कनेक्शन की बात फर्जी है। आधार कार्ड तो पुलिस ने ही बनवाया है। अगर विधायक नहीं भागते तो पुलिस उनके साथ भी बलवंत सिंह और विकास दुबे के जैसा हाल करती।”इसके अगले ही दिन विशेष सचिव सुरेश कुमार पांडेय ने डीजी जेल को पत्र लिखकर इरफान को महाराजगंज जेल में शिफ्ट करने की बात कही। 21 दिसंबर को इरफान को महाराजगंज की जेल में शिफ्ट कर दिया गया।
गैंग बनाकर वारदात को अंजाम देने का आरोपी बनाया
26 दिसंबर को इरफान के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के साथ तीन नए केस गंभीर धाराओं में दर्ज कर लिए गए। पहला केस गैंग बनाकर वारदात को अंजाम देने के लिए जाजमऊ में दर्ज हुआ। दूसरा मामला 2 साल पहले के एक वायरल वीडियो के आधार पर दर्ज हुआ। वायरल वीडियो में इरफान दो पुलिसवालों को धमकाते दिख रहे। तीसरा भी पुलिस को ही धमकाने का मामला है।
जब्ती के लिए चिह्नित हो गई 80 करोड़ की संपत्ति
इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान पर गैंगस्टर की कार्रवाई के बाद अब उनकी 80 करोड़ की संपत्ति को चिह्नित किया गया है। इसमें तीन मकान, दो फैक्ट्री के साथ फतेहपुर, उन्नाव में मौजूद संपत्तियां शामिल हैं।
रमाकांत यादव की जेल में सुविधा घटाई गई
22 अगस्त को अखिलेश यादव फूलपुर-पवई के विधायक रमाकांत यादव से मिलने आजमगढ़ की इटौरा जेल में मिलने पहुंचे। एक घंटे की मुलाकात के बाद जेल से बाहर आए तो अखिलेश ने कहा, “20 साल पुराने मामले में रमाकांत को जानबूझकर फंसाया गया है। बीजेपी की यही साजिश विपक्षी नेताओं के साथ प्रदेश से लेकर देश में चल रही है। सीबीआई, ईडी और पुलिस का गलत इस्तेमाल किया जा रहा।”
रमाकांत ने सुविधा मांगी तो जेलर ने लेटर पैड फाड़ दिया
रमाकांत यादव के साथ जेल में आम कैदियों जैसा व्यवहार किया जा रहा था। उन्होंने मुलाकात के 18 दिन बाद अखिलेश को पत्र लिखा। पत्र में कहा, मुझे जेल में एक साधारण बंदी की तरह रखा गया है। जबकि मैं चार बार सांसद और 5वीं बार विधायक चुना गया हूं। मैंने जेलर विकास कटियार से अपने लेटर हेड के जरिए MP/MLA वाली सुविधा मांगी तो उन्होंने उस लेटर हेड को फाड़कर कूड़ेदान में डाल दिया।
इसके आगे रमाकांत ने आरोप लगाते हुए लिखा, “विकास कटियार ने कहा, यहां किसी MP/MLA के पैड का कोई मतलब नहीं। यहां हम इसे कूड़ा समझते हैं। यहां सिर्फ मुख्यमंत्री और जेल प्रशासन का पैड चलता है।” फिलहाल बाहुबली रमाकांत यादव अभी भी जेल में बंद हैं। उनके खिलाफ अब तक 48 केस दर्ज हैं।
समाजवादी पार्टी के ही विधायक रहे आजम खान, अब्दुला आजम, नाहिद हसन, शहजिल इस्लाम भी जेल में बंद रहे। इनके खिलाफ भी प्रशासन की कार्रवाई जारी है।
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