बसपा प्रमुख मायावती ने लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों को धार देना शुरू कर दिया है। बहुजन समाज पार्टी 2024 के आम चुनाव को लेकर गांवों पर फोकस करने की योजना तैयार की है। इस योजना को गति देने के लिए तमाम नेताओं को कार्य सौंपा गया है। अब मायावती पार्टी पदाधिकारियों के स्तर पर होने वाले कार्य की समीक्षा कर रही हैं। बसपा प्रमुख मायावती ने अधिकारियों के स्तर पर चलने वाले अभियान का खुद दोतरफा फीडबैक लेना शुरू किया है। विधानसभा क्षेत्र स्तर तक के पदाधिकारियों के कामकाज की साप्ताहिक रिपोर्ट मायावती ने मांगी है। वहीं, नए प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल के मंडल स्तरीय सम्मेलन भी जारी हैं। वह खुद भी इन सम्मेलनों का फीडबैक मायावती को दे रहे हैं। इस बाबत उन्होंने गुरुवार को भी लखनऊ में मायावती से मुलाकात की।
20 से हर जिले में बैठकें
विश्वनाथ को मायावती ने पिछले महीने ही प्रदेश अध्यक्ष का जिम्मा सौंपा था। इसके बाद से वह हर मंडल पर सम्मेलन के बाद विभिन्न वर्गों के कार्यकर्ताओं से अलग से बात कर रहे हैं। उनका अंतिम मंडल स्तरीय सम्मेलन लखनऊ में 18 जनवरी को होगा। इसके बाद 20 जनवरी से जिला स्तरीय बैठकें शुरू करेंगे। पाल हर जिले में दो सेक्टरों में बैठक करेंगे।
हर काम का ब्योरा
मायावती ने बूथ स्तर तक की सभी कमिटियों की समीक्षा के निर्देश पिछले महीने दिए थे। उन्होंने साफ कहा था कि जो निष्क्रिय हैं, उनको बाहर कर सक्रिय युवाओं को जगह दी जाए। संगठन के इस काम की समीक्षा सभी जिला और मंडल स्तर के पदाधिकारी कर रहे हैं। जिला स्तरीय पदाधिकारी हर हफ्ते सभी के कामकाज की रिपोर्ट मंडलीय पदाधिकारियों को भेजेंगे। मंडलीय पदाधकारी यह रिपोर्ट सीधे मायावती को देंगे। इस कवायद का मकसद है कि 2024 से पहले हर गांव में बूथ स्तर तक सक्रिय कार्यकर्ताओं का संगठन तैयार हो।
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