अनिल शर्मा + संजय श्रीवास्तव
उरई(जालौन)। भाजपा के राज्यसभा सांसद और पूर्व एससी एसटी आयोग उत्तर प्रदेश के पूर्व चेयरमैन बृजलाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2016 में नए कानून बनाकर दलितों के लिए एक नई आर्थिक सुरक्षा व्यवस्था की है| यदि किसी दलित की हत्या हो जाती है तो उसे 8 लाख 15 हजार रुपए देने की पीड़ित परिवार को कानूनी व्यवस्था कर दी है| यह बात प्रदेश के पूर्व डीजीपी पूर्व एससी एसटी आयोग के चेयरमैन तथा वर्तमान में भाजपा के राज्यसभा सांसद बृजलाल ने कही| वह आज अपरान उरई आए थे और लोक निर्माण विभाग के निरीक्षण गृह मे ,पत्रकारोसे बातचीत कर रहे थे| उन्होंने बताया नए नियम के तहत यदि किसी दलित की हत्या हो जाती है तो उसके पीड़ित परिवार को एफ आई आर दर्ज होने पर 4 लाखों रुपए तथा कोर्ट में चार्जशीट दाखिल हो जाने पर बकाया 4 लाख 15000 रुपए पीड़ित परिवार को मिल जाएंगे| इसी तरह जिस दलित की हत्या हुई है उसकी विधवा को 5000 प्रतिमाह पेंशन देने के लिए भी वर्ष 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने कानून बनाकर की हैइसके अलवापीडित दलित परिवार के बच्चो को ग्रेजुएट होने तक मुफ्त शिक्षा देने की व्यवस्था की गई है साथ ही जिस परिवार में हत्या हुई है उस परिवार को 3 माह तक मुफ्त राशन देने की भी व्यवस्था |उस राज्य की सरकार करेगी| एक सवाल के जवाब मे श्री बृजलाल ने कहा के एससी एसटी एक्ट 1989 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने 1 जून 2016 को जो पहले एससी एसटी एक्ट में दलितों के हित मे 22 कानून हुआ करते थे उन्हें वर्ष 2016 में 25 नए कानून बढ़ाकर कुल 45 कानून कर दिए गए पहले दलित महिला को छूने मारपीट गाली गलौज आज पर हल्की धाराओं पर मुकदमे लिख लिए जाते थे लेकिन अब दलित उत्पीड़न के मुकदमे लिखे जाते हैं| एक सवाल के जवाब में श्री बृजलाल ने कहा के तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती के शासन में यह कानून भी बना दिया गया की दलित की हत्या हत्या के प्रयास रेप आज पर ही मुकदमे दर्ज किए जाएं इसी तरह सपा के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के शासन में अल्पसंख्यकों की तुष्टीकरण 3 ईसवी चलाई गई जिसके चलते आतंकवादी अपराधियों के खिलाफ मुकदमे वापस लेने की कोर्ट से सिफारिश की गई उन्होंने कहा ऐसे ही एक आतंकवादी की मौत के मामले में सपा के शासन में उनके विरुद्ध भी हत्या का मुकदमा दर्ज करवाया गया| एक सवाल के जवाब में श्री बृजलाल ने कहा तो भाजपा कि केंद्र मोदी और राज्य में योगी की सरकार पिछड़ों और दलितों के हितैषी है और उनके हितों के लिए काम कर रहे हैं| इसके पूर्व श्री बृजलाल ने अपनी तीन किताबों “पुलिस की बारात “इंडियन मुजाहिदीन” और सियासत का सबक कुछ वरिष्ठ पत्रकारों को देते हुए बताया यह जालौन जिले में दो एडिशनल एसपी के रूप में रहे और और उन्होंने उस समय के कुख्यात डकैत घनश्याम उर्फ घं साबाबा और कुख्यात दस्यु सुंदरी फूलन देवी के बारे में तमाम नई-नई जानकारियां दी| उन्होंने यह भी बताया कि पश्चिम में तमाम को ख्यात डेंगू से उनकी कैसे मुठभेड़ हुई उनकी पुस्तक पुलिस की बारात और सियासत का सबक को उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान ने वर्ष 2021 में आचार्य नरेंद्र देव पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
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