माघ मेला के दौरान प्रदूषित पानी गंगा तक न पहुंचे इसके लिए उन्नाव में संचालित टेनरियों को चार दिन बंद रखा जाएगा। प्रदूषण विभाग ने औद्योगिक क्षेत्र में पानी का उत्प्रवाह करने वाली टेनरियों में चार दिन तक शून्य उत्प्रवाह करने का आदेश जारी किया है। टेनरियों के साथ ही दही चौकी और बंथर स्थित सीईटीपी को भी बंद रखा जाएगा।
प्रयागराज में आयोजित माघ मेला में श्रद्धालु गंगा में पवित्र डुबकी लगा सकें इसके लिए प्रदूषित पानी का उत्प्रवाह करने वाली टेनरियों को बंद करने का आदेश जारी किया गया था। प्रत्येक शाही स्नान से 4 दिन पहले टेनरियों की बंदी का रोस्टर भी जारी किया गया था। पहले और दूसरे चरण में जिले में आठ दिन तक टेनरियों को बंद रखा गया था।
तीसरे चरण में प्रयागराज में अब 21 जनवरी को मौनी अमावस्या पर शाही स्नान होना है। जिसके तहत जिले में 18 जनवरी से उत्पादन बंद करने का आदेश जारी कर दिया गया है। 21 जनवरी तक टेनरियों में उत्पादन और प्रदूषित पानी का उत्प्रवाह नहीं हो सकेगा। प्रदूषण विभाग के अधिकारियों के अनुसार, टेनरियों में गीला कार्य का काम नहीं किया जाएगा। सीईटीपी में भी प्रदूषित पानी को रिफाइन करने की प्रक्रिया बंद करा दी गई। इससे ड्रेन के जरिए प्रदूषित पानी गंगा में नहीं पहुंच सकेगा।
मनमानी करने वालों पर होगी कार्रवाई
पहले दो चरणों में औद्योगिक इकाइयों ने जमकर मनमानी की। निर्देश के बाद भी टेनरी में उत्पादन हुआ और प्रदूषित पानी का उत्प्रवाह किया गया। हालांकि इस बार प्रदूषण विभाग ने शून्य उत्प्रवाह का सख्त आदेश दिया है। डीएम अपूर्वा दुबे ने भी अनुश्रवण समिति को निर्देश दिया है की समिति के सदस्य लगातार निरीक्षण करते रहें।
गंगाघाट में इन तारीखों को होगा शाही स्नान
- मौनी अमावस्या 21 जनवरी
- बसंत पंचमी 26 जनवरी
- माघ पूर्णिमा 5 फरवरी
- महाशिवरात्रि 18 फरवरी