प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन से पहले प्रयागराज में भगवान राम और निषादराज की 50 फीट ऊंची मूर्ति लगेगी. यह मूर्ति भगवान राम और निषादराज की आपस में गले मिलते हुए लगाई जाएगी. भगवान राम और निषादराज की गले मिलते हुए यह मूर्ति सामाजिक समरसता का संदेश देने के लिए प्रयागराज के श्रृंगवेरपुर में लगाई जाएगी. यहां 26 मार्च को निषादराज की जयंती पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन होगा.
पीएम मोदी-अमित शाह हो सकते हैं शामिल
इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल हो सकते हैं. यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री डॉक्टर संजय निषाद ने पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को इसमें शामिल होने का न्यौता दिया है. संजय निषाद का दावा है कि दोनों नेताओं ने कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अपनी सहमति दी है. इस मौके पर होने वाली सभा में पांच लाख से ज्यादा लोगों की भीड़ जुटाने का लक्ष्य है.
निषाद मतदाताओं को साधने में जुटीं पार्टियां
बता दें कि यूपी में निषाद मतदाताओं की संख्या करीब 12 प्रतिशत है. भगवान राम के नाम पर तो लगातार वोट मांगे जाते रहे हैं, लेकिन अब उनके साथ उनके दोस्त निषादराज की भी काफी चर्चा है. सभी पार्टियां लोकसभा चुनाव से पहले निषाद वोटरों को अपने पाले में करने की लगातार कोशिश कर रही हैं. श्रृंगवेरपुर धाम जहां यह मूर्ति लगाई जाएगी त्रेता युग में निषादराज की राजधानी हुआ करती थी. इसी जगह पर भगवान राम ने निषादराज को गले लगाकर सामाजिक समरसता का संदेश दिया था. बीजेपी का साफ कहना है कि उसके एजेंडे में अकेले राम ही नहीं बल्कि निषादराज के वंशज भी हैं.
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