मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इमारत गिरने की दुर्घटना का संज्ञान लेते हुए जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ही एसडीआरएफ व एनडीआरएफ की टीमों को मौके पर जाकर राहत कार्य संचालित करने के निर्देश दिए।
राजनाथ सिंह ने हादसा पर जताया दुख
लखनऊ में एक भवन गिरने से हुआ हादसा बेहद दुखद है। जिन्होंने अपनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। घटना के संदर्भ में जिलाधिकारी ने मुझे स्थिति की जानकारी दी है। राज्य सरकार की देखरेख में प्रशासन हरसंभव मदद में जुटा है। सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
संकरी रोड पर बना अलाया अपार्टमेंट
वजीर हसन रोड पर जहां यह अलाया अपार्टमेंट बना है। वहां मुख्य सड़क ही 12 मीटर चौड़ी है। वहीं अंदर अपार्टमेंट परिसर तक जाने के लिए छह मीटर भी रास्ता नहीं था। ऐसे में रेस्क्यू टीमों को अंदर दूसरे अपार्टमेंट बिरावन हाउस और सटी हुई दूसरी सड़क की बाउंड्रीवाल तोड़नी पड़ी। इसके बाद ही लोगों को निकालने का काम शुरू हो सका। आलम यह था कि सड़क पर बाहर ही गाड़ियां खड़ी होने की वजह से अग्निशमन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के अलावा एंबुलेंस की गाड़ियां भी नहीं पहुंच पा रही थीं। ऐेसे में पुलिस को माथापच्ची करनी पड़ी।
कल थी अब्बास हैदर के माता-पिता की 50वीं सालगिरह
सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अब्बास हैदर के पिता अमीर हैदर व बेटा मुस्तफा को सुरक्षित निकाल लिया गया है। पत्नी उजमा और मां बेगम अमीर हैदर अभी भी मलबे में दबे हैं। कल सोमवार को अब्बास हैदर के माता-पिता की 50वीं सालगिरह थी। घर मे पार्टी का आयोजन हुआ था।
दोषी को छोड़ा नहीं जाएगा
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने लखनऊ के सभी अस्पतालों को अलर्ट करने के साथ ही ब्लड की व्यवस्था, नाइट शिफ्ट के डॉक्टरों को तत्काल ड्यूटी पर पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि अपार्टमेंट मे फंसे लोगों को सुरक्षित निकालना हमारी प्राथमिकता है। रही बात बिल्डिंग के निर्माण की गुणवत्ता की तो उसे बाद मे देखेंगे। दोषी को छोड़ा नहीं जाएगा।
अस्पतालों को अलर्ट रहने के निर्देश
मुख्यमंत्री योगी ने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है। इसके साथ ही जिलाधिकारी और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ साथ एसडीआरएफ, एनडीआरएफ की टीमों को मौके पर जाकर राहत कार्य पर कराने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ कई अस्पतालों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए।
दो ने अस्पताल में तोड़ा दम
हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़ गई है। बचाव दल द्वारा मलबे से बाहर निकाले गए दो लोगों ने सिविल अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है।
सपा नेता की मां, पत्नी व बच्चे दबे
सपा प्रवक्ता हैदर अब्बास की मां, पत्नी व बच्चे के दबे होने की सूचना है। बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त हैदर घर पर नहीं थे। पड़ोस के अपार्टमेंट की दीवार काटकर रेस्क्यू किया जा रह है।
इमारत में रहते थे 30-35 परिवार
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने जानकारी दी कि फिलहाल सात लोगों को रेस्क्यू कर अस्पताल भेजा गया है। ये सभी बेहोश थे। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। लोग कह रहे हैं कि इमारत में 30-35 परिवार रह रहे थे।
डेढ़ घंटे बाद शुरू हुआ रेस्क्यू
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक इमारत में कोई रिपेयर वर्क चल रहा था। ड्रिलिंग की आवाज आ रही थी। तभी बिल्डिंग गिरी। लोगों के मुताबिक बेसमेंट सहित पांच मंजिला बिल्डिंग पूरी तरह ढह गई। फिलहाल इसमें कितने परिवार दबे हैं इसकी जानकारी नहीं है।
राम कुमार माली ने बताया कि करीब 6:30 बजे अचानक तेज धमाके के साथ बिल्डिंग गिर गई। इसके करीब डेढ़ घंटे बाद रेस्क्यू शुरू हुआ।
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