अनिल शर्मा+ संजय श्रीवास्तव
नई दिल्ली| उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति जनजाति आयोग के चेयरमैन भाजपा के राज्यसभा सांसद वरिष्ठ सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी पूर्व डीजीपी उत्तर प्रदेश| बृज लाल जी|की बेहद साहिसी और ईमानदार पुलिस अधिकारी कू रुप मे चर्चा होती रही है| अपने लंबे कार्यकाल में उन्होंने अनेकों डाकूओ ,गैगस्टरो और आतंकवादियो को मुठभेड मे मार गिरा या| वे तत्कालीन मुख्यमंत्री मंत्री मायावती के के शासन काल मे पहले सहायक पुलिस महॎनिदेशक कानून व्यवस्था बनाया गया| इसके बाद उन्हीं के शासनकाल में वर्ष 2011 को प्रदेश का डीजीपी बनाया गया| एक समय में उन्हें बसपा के शासन में बसपा सुप्रीमो और मुख्यमंत्री मायावती कानॎक का बाल मानाजाता था| लेकिन वर्ष 2014 में पुलिस अधिकारी के पद से सेवानिवृत्त होने पर उन्होंने वर्ष 2015 में भाजपा का परचम थामकर अपनी राजनीति की दिशा तय कर दी थी| उन्हें उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति जनजाति आयोग का चेयरमैन बनाया गया और इसके बाद वर्ष 2020 में भाजपा का राज सभा सांसद बनाया गया| दिल्ली के राजनीतिक गलियारों में ऐसी संभावना जताई जा रही है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने मंत्रिमंडल के विस्तार में जजों ने मंत्री पद से हटाते हैं जिसकी संभावना काफी ज्यादा है क्योंकि उनके पुत्र आशीष मिश्रा के लखीमपुर कांड में चारसीटेड होने के कारण भाजपा को किसानों और जनता में बहुत बदनामी झेलनी पड़ी | हालांकि आशीष मिश्रा को कोर्ट से जमानत मिल गई है लेकिन फिर भी ऐसी चर्चा है विक्की भाजपा का शीर्ष नेतृत्व अजय मिश्रा टेनी को गृह राज्य मंत्री के पद से हटाकर अनुभवी और अनुसूचित जाति के राज्यसभा सांसद जिन्हें पुलिस विभाग में आईपीएस अधिकारी के तौर पर एक लंबा अनुभव है तथा उन्होंने अनुसूचित जाति जनजाति उत्तर प्रदेश आयोग के चेयरमैन के नाते उन्होंने पीड़ित अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों को न्याय दिलाने में बहुत कार्य किया है जिसके कारण वे अनुसूचित जाति जनजाति में उत्तर प्रदेश में काफी लोकप्रिय है केंद्रीय मंत्रि मंडल में लिए जाने का यह भी उनका एक मजबूत पक्ष है.